New Delhi: एससी एसटी एक्ट में बदलाव के विरोध में भारत बंद के दौरान ग्वालियर के थाटीपुर में पिस्टल लेकर फायरिंग करते हुए नजर आए राजा चौहान नामक युवक पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है।
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बता दें कि हिंसक हुए आंदोलन के दौरान राजा चौहान गोली चलाता नजर आया था और उसकी तस्वीरें व वीडियो वायरल हुए थे। इसी आधार पर राजा चौहान के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज हुआ।
पुलिस मुख्यालय में आईजी मकरंद देउस्कर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि दौरान राजा चौहान पर मामला दर्ज करने की जानकारी दी। उन्होंने ये भी बताया कि हिंसक आंदोलन के बाद ग्वालियर में 30 FIR हुई हैं जिनमें 65 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
ग्वालियर में उपद्रव, गोलीबारी के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। इसी दौरान बसपा के एक नेता ने ट्वीट कर गोली चलाने वाले व्यक्ति की पहचान राजा चौहान के रूप में की थी। बसपा नेता देवाशीष जरारिया ने ट्वीट किया कि ग्वालियर में जो व्यक्ति पिस्तौल से गोली चला रहा है उसका नाम राजा चौहान है।
इसके सभी साथी तोमर बिल्डिंग चौहान प्याऊ ग्वालियर के रहने वाले हैं। इन्होंने भारत बंद को जाति की हिंसा में बदल दिया और दलित समुदाय के लोगों पर फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी। बसपा नेता ने ये भी लिखा कि ये व्यक्ति स्कूल में उनका सीनियर था। बसपा नेता का ये ट्वीट कुछ ही देर में वायरल हुआ और नेशनल चैनलों पर चल गया। बाद में पुलिस ने राजा चौहान पर प्रकरण दर्ज किया।
भारत बंद की हिंसा के दौरान ग्वालियर में दो एएसपी समेत 54 से ज्यादा पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। 30 मुकदमे पुलिस ने दर्ज किए हैं, इसमें 60 नामजद हैं और बाकी 400-500 से ज्यादा अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जबकि 65 गिरफ्तारियां हुई हैं। बता दें कि हिंसा में ग्वालियर में 2 और डबरा में 1 की मौत हुई है।
भारत बंद में हिंसक प्रदर्शन करने पर 12 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, इसमें पांच लोगों पर नामजद और बाकी 1 हजार से ज्यादा अज्ञात लोगों पर केस दर्ज दर्ज किया गया है। भिंड में हिंसा में मरने वालों की संख्या 3 हो गई है, मंगलवार को एक डेड बाडी गोहद में खेतों में मिली, जिसका नाम दशरथ जाटव बताया गया है। भिंड के गोहद में मंत्री लालसिंह आर्य के घर पर दलित हिंसा का विरोध कर रहे लोगों ने जमकर पथराव किया। इन्हें काबू में करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स पहुंची और उन्होंने भीड़ को भगाया। गोहद में पुलिस ने लोगों के घरों में तलाशी ली है।
मुरैना में 12 मुकदमे दर्ज हुए हैं। जबकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिले में कर्फ्यू जारी है, इंटरनेट सेवाएं बंद हैं। सुबह कुछ लोगों ने उपद्रव करने की कोशिश की और चौराहे पर पुतला फूंका, जिसे पुलिस ने जल्दी ही काबू कर लिया है।
भारत बंद के दौरान सबसे ज्यादा उपद्रव रेलवे स्टेशन के पास हुआ था. इस दौरान गोली लगने से मारा गया राहुल पाठक नाम का स्टूडेंट भी इसी इलाके में रहता था। बताया जा रहा है कि राहुल पाठक छत पर खड़े होकर प्रदर्शकारियों द्वारा रोकी गई, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस की घटना को देख रहा था। तभी उसी कॉलोनी के रामू गुर्जर ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर उसे गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
परिजनों का आरोप है कि भारत बंद के दौरान भड़की हिंसा की आड़ में आरोपियों ने उसके बेटे की हत्या कर दी। मृतक के पिता बलदाऊ पाठक ने जिले के कलेकटर और एसपी को उनके बेटे की जिम्मेदार भी ठहराया है। पिता कहते है कि यदि समय रहते हुए ऐहतियाती कदम उठाए जाते और कर्फ्यू लगा दिया जाता तो उनका बेटा जिंदा होता। आरोपी के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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