NEW DELHI: जिन लोगों की कुंडली में नौ ग्रहों से संबंधित कोई दोष होता है, उन्हें देवी-देवताओं की कृपा भी नहीं मिल पाता है। इसकी वजह से कार्यों में असफलता मिलती है, भाग्य साथ नहीं देता, घर-परिवार में अशांति रहती है।
Related Articles
कुंडली के दोष और दुर्भाग्य को दूर करने के लिए ज्योतिष में कई उपाय बताए गए हैं। आमतौर पर अधिकतर उपाय या पूजा-पाठ नहाने के बाद ही करना चाहिए, लेकिन कुछ ऐसे शुभ काम भी हैं जो बिना नहाए किए जा सकते हैं।
स्त्री हो या पुरुष रोज सुबह जागते ही इस मंत्र का जाप अवश्य करें।
मंत्र-
ब्रह्मा मुरारिस्त्रिपुरान्तकारी भानुः शशी भूमिसुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्रः शनि राहुकेतवः कुर्वन्तु सर्वे ममसुप्रभातम्॥
इस मंत्र का जाप करने से सभी देवी-देवता और नौ ग्रहों की कृपा मिलती है। इस मंत्र का अर्थ यह है कि ब्रह्मा, विष्णु, शिव, सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु ये सभी मेरे प्रातःकाल यानी सुबह को मंगलमय बनाएं।
ये शुभ काम सुबह जागते ही करने से दुर्भाग्य से मुक्ति मिल सकती है।
हथेलियां देखें
हमारे हाथों के अग्रभाग में देवी लक्ष्मी, मध्य में सरस्वती और हाथ के मूलभाग में भगवान विष्णु का वास है। इसलिए सुबह जागते ही अपनी दोनों हथेलियों को देखकर मंत्र का पाठ करना चाहिए-
कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती।
करमूले तू गोविंद: प्रभाते करदर्शनम्॥
शास्त्रों के अनुसार व्यक्ति को ब्रह्म मुहूर्त यानी सूर्य से पहले ही बिस्तर छोड़ देना चाहिए। जो व्यक्ति सुबह देर तक सोता है, उसकी बुद्धि कम होती है और दुर्भाग्य बढ़ता है।
This post first appeared on विराट कोहली ने शहीदों के नाम की जीत, please read the originial post: here