New Delhi: भारतीय कंपनियों के टॉप 100 सीनियर एग्जिक्युटिव्स की सैलरी काफी तेज रफ्तार से बढ़ रही है, जिसका कारण इनका औसत से ज्यादा वेतन वृद्धि के साथ-साथ कमिशन और बोनस की बड़ी रकम वजह है।
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एक रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2017 में एग्जिक्युटिव्स का ऐवरिज कॉम्पेंसेशन 12.1% से बढ़कर 9.8 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। कंपनी के टॉप सीनियर एग्जिक्युटिव्स का वेतन आम कर्मचारियों की सैलरी से औसतन 243 गुना ज्यादा है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, सीईओ और आम कर्मचारियों की औसत सैलरी का अनुपात अमेरिका के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा है।
2017 में भारतीय कर्मचारियों की सैलरी 2016 के मुकाबले 8.5% बढ़कर 5,65,748 रुपये हुई, जबकि वैश्विक कंपनियों के सीईओ की औसत सैलरी करीब 23.6 करोड़ रुपये थी तो भारतीय कंपनियों के सीईओ की औसतन 9.76 करोड़ रुपये।
बता दें कि सीनियर एग्जिक्युटिव्स के वेतन में आम तौर पर मूल वेतन, विभिन्न तरह के भत्ते, सेवानिवृत्ति लाभ और कमिशन शामिल होते हैं। पिछले वित्त वर्ष में सीनियर एग्जिक्युटिव्स को उनके मेहनताने का 40 से 83 प्रतिशत तक कमिशन मिला। बीएसई 500 कंपनियों के ऐसे प्रमोटरों समेत सीनियर एग्जिक्युटिव्स की सैलरी वित्त वर्ष 2016 के मुकाबले 2017 में 43 से 84.8 प्रतिशत बढ़ गई।
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जिन्होंने 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की है। बीएसई 500 कंपनियों के 104 सीनियर एग्जिक्युटिव्स के मेहनताना 10 करोड़ रुपये ज्यादा रहा।
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