Seoul: अमेरिका समेत दुनिया भर के देशों को परमाणु हमले की धमकी देने वाले उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के रवैये में बदलाव के बड़े संकेत मिले हैं।
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शायद यही वजह है कि शनिवार को किम जोंग ने अपने सबसे बड़े दुश्मन देश यानि दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति को बातचीत के लिए प्योंगयांग आने का निमंत्रण दिया है।
किम जोंग का यह प्रस्ताव इसलिए भी बेहद अहम है क्योंकि उन्होंने खुद कभी दक्षिण कोरिया का दौरा नहीं किया है और न ही आज तक बातचीत की कोई पहल की थी। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति भवन ब्लू हाउस के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह आमंत्रण दक्षिण कोरिया के दौरे पर आई किम जोंग-उन की बहन किम यो-जोंग ने दिया है।
इसमें कहा गया है कि किम दक्षिण के नेता के साथ जितनी जल्दी हो सके, मिलने के इच्छुक हैं। यह तीसरा मौका है, जब दोनों कोरिया के शीर्ष नेता एक दूसरे से मुलाकात करेंगे। इससे पहले किम के पिता तथा उनके पूर्ववर्ती किम जोंग-इल ने दक्षिण कोरिया के किम दाई जंग और रोह मू हिन से क्रमश: 2000 और 2007 में उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में मुलाकात की थी।
मून ने फिलहाल न्यौता स्वीकार नहीं किया है। किम की बहन किम यो-जोंग तथा उत्तर कोरिया के पूर्व विदेश मंत्री किम योंग-नाम ने शनिवार को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन सोल के ब्लू हाउस में मुलाकात की। दोनों पक्षों की दोपहर भोज के दौरान चर्चा हुई। अधिकारियों के अनुसार, किम या जांग ने अपने भाई का निजी पत्र सौंपने के बाद कहा, 'हमें जल्द से जल्द आपको प्योंगयांग में देखने की आशा है।'
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