New Delhi: पुणे में नए साल के अवसर पर हुई जातीय हिंसा के बाद महाराष्ट्र पुलिस सतर्क हो गई है...
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मुंबई में दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद के कार्यक्रम पर पुलिस ने रोक लगा दी है। यही नहीं पुलिस ने उमर खालिद और जिग्नेश के मुंबई आने पर भी रोक लगा दी है। पुलिस ने जहां कार्यक्रम होना था उस ऑडिटोरियम को सील कर दिया है।
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कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सैकड़ों छात्र सभा स्थल पर जमा होने लगे और पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध करने लगे। पुलिस ने विरोध करने वाले छात्रों को हिरासत में ले लिया है। छात्रों का आरोप है कि उनका कार्यक्रम शांतिपूर्वक ढंग से होने जा रहा था, पुलिस बीच में आकर माहौल को खराब करने की कोशिश की जा रही है।
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बता दें कि पुलिस ने आरोप लगाया है कि 31 दिसंबर को पुणे के भीमा-कोरेगांव में जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद के भीड़ को भड़काने के बाद पहली जनवरी को हिंसा भड़की थी। इस हिंसा में एक आदमी की मौत हो गई और बड़े पैमाने पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। पुलिस ने हिंसा के लिए इन दोनों नेताओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
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