Get Even More Visitors To Your Blog, Upgrade To A Business Listing >>

दामिनी दुष्कर्म कांड बरसी: 2017 में सात बार गैंगरेप की शिकार हुई ‘निर्भया’

New Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 की रात एक मेडिकल छात्रा के साथ हुए गैंगरेप की घटना ने पूरे देश को हिलाकर कर रख दिया। लेकिन बाात अगर सिर्फ 2017 की करें तो सात बार 'दामिनी' के साथ गैंगरेप के मामले सामने आए।

दोषियों को फांसी की सजा भी सुनाई जा चुकी है लेकिन अभी तक वह फांसी के फंदे पर नहीं लटकाए गए हैं। मामला सुप्रीम कोर्ट में है। लेकिन इस घटना के बाद भी देश का दामन दागदार होता रहा है। अकेले 2017 में गैंगरेप के कई मामले सामने आए हैं जिन्होंने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इन घटनाओं की सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर आलोचना हुई। 

इसे भी पढ़ें-

दामिनी दुष्कर्म कांड बरसी: कितनी भयानक थी वह रात, न्याय के लिए सड़क से लेकर संसद तक हुआ था संग्राम

दामिनी दुष्कर्म कांड की तरह ही साल 2017 में घटित गैंगरेप की उन खौफनाक 7 वारदातों को जिन्होंने जनाक्रोश का रूप ले लिया और सो रही कानून-व्यवस्था को झिंझोड़ कर जगाया:

नलिया गैंगरेप केस
 

जनवरी 2017 में ही गुजरात के कच्छ से ऐसी वारदात सामने आई, जिसने राजनीतिक गलियारे में हड़कंप मचा दिया। 25 जनवरी को एक विवाहित महिला ने स्थानीय BJP नेता सहित 9 लोगों के खिलाफ साल भर से अधिक समय से रेप का आरोप लगाया। 25 वर्षीय पीड़िता ने साथ ही आरोपी बीजेपी नेता पर सेक्स रैकेट चलाने का भी आरोप लगाया। 

इसे भी पढ़ें-

निर्भया गैंगरेप बरसी: 13 दिंसबर की दरिंदगी के बाद कितनी बदली दिल्ली, इन घटनाओं में हुई हैवानियत


आरोप था कि 2015 में पहली बार स्थानीय बीजेपी नेता चेतन ठक्कर ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पिलाया और उसके बाद रेप कर उसकी अश्लील वीडियो भी तैयार कर ली। इसी अश्लील वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर आरोपी बीते डेढ़ साल से उसका यौन शोषण करता रहा। इतना ही नहीं पीड़िता ने बताया कि हर बार रेप करने से पहले वे उसे ड्रग्स दे देते।


विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने इसे लेकर राज्यभर में बीजेपी के खिलाफ रैलियां निकालीं। कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के घर के बाहर धरना प्रदर्शन भी किया। मामले की सुनवाई गुजरात हाईकोर्ट में चल रही है। गैंगरेप के 9 आरोपियों में से 8 आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं।


जेवर गैंगरेप
 

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के जेवर थाना क्षेत्र में 24 मई 2017 की रात घटी इस सन्न कर देने वाली घटना की गूंज पूरे देश में सुनाई दी। जेवर थाना क्षेत्र के सबौता गांव के पास कार से जा रहे परिवार को 8 हथियारबंद बदमाशों ने बंधक बना लिया, लूटपाट की, विरोध करने पर परिवार के मुखिया की गोली मारकर हत्या कर दी और परिवार की चार महिलाओं के साथ गैंगरेप किया।


इस मामले में एक बार फिर से यूपी पुलिस की लापरवाही भी सामने आई, जब घटना के 10 दिन बीत जाने के बाद भी कोई आरोपी पकड़ा नहीं जा सका। यहां तक कि पुलिस के रवैये से क्षुब्ध तीन पीड़िताओं ने खुदकुशी करने की भी कोशिश की। इस बीच पीड़ित परिवार ने पुलिस से अपने सुरक्षा की मांग भी की है।

अंततः पुलिस 23 जुलाई को चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफल रही। पुलिस के मुताबिक, बदमाश बावरिया गैंग के सदस्य हैं। 27 अगस्त को जेवर कांड में शामिल एक और कुख्यात अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस घटना के अन्य आरोपी आज भी फरार चल रहे हैं। नोएडा पुलिस ने इन आरोपियों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा है।

शिमला गैंगरेप केस


हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 4 जुलाई को घटी इस हैवानियत ने पूरे प्रदेश की जनता में उबाल ला दिया। शिमला के कोटखाई में आरोपियों ने 16 साल की एक स्कूली छात्रा को घर छोड़ने के बहाने लिफ्ट दी और नज़दीक के जंगल में ले जाकर उसके साथ रेप किया और फिर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी थी। इस वारदात के बाद शिमला में पुलिस प्रशासन के ख़िलाफ़ जमकर विरोध हुआ।

लोगों के गुस्से को देखते हुए मामले में राज्यपाल और मुख्यमंत्री तक को मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा और मामले की जांच CBI को सौंप दी गई। इस बीच गिरफ्तार किए गए 6 आरोपियों में एक आरोपी की पुलिस कस्टडी में हुई मौत ने पुलिस की लापरवाही को सामने ला दिया। सीबीआई जांच में सामने आया कि पुलिसकर्मियों ने ही थाने से बाहर कहीं ले जाकर पीट-पीट आरोपी को मार डाला था।

मामले की लीपापोती के आरोपी 8 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसमें IG रैंक का एक अधिकारी भी शामिल है। सीबीआई ने अदालत चार्जशीट दाखिल कर दी है। मामले की अगली सुनवाई 20 दिसंबर 2017 को होनी है।

भोपाल गैंगरेप केस

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 31 अक्टूबर को हैवानियत की एक और घटना घटी। मध्य प्रदेश के ही विदिशा की रहने वाली और भोपाल में यूपीएससी की कोचिंग कर रही 19 वर्षीया छात्रा के साथ हबीबगंज रेलवे स्टेशन के पास 4 लोगों ने गैंगरेप किया। इतना ही नहीं, आरोपी गैंगरेप के बीच पीड़ितो को बेहोश छोड़ पान-गुटखा भी खाने गए और लौटकर फिर से गैंगरेप किया।


पीड़िता ने अपने पिता के साथ 3 थानों के चक्कर लगाए, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई, जबकि पीड़िता के पिता खुद पुलिसकर्मी हैं और मां सीआईडी में हैं। इसके बाद पीड़िता के पिता खुद पीड़िता को साथ ले घटनास्थल पर गए और दो आरोपियों को पकड़ भी लिया। केस दर्ज करने से आनाकानी करने और पीड़िता की शिकायत को फिल्मी कहानी बताने वाले 7 पुलिसकर्मियों को बाद में सस्पेंड कर दिया गया।


इस मामले में कोताही बरतने की वजह से आईजी और एसपी का भी ट्रांसफर कर दिया गया। पीड़िता ने पुलिस के रवैये पर सवाल उठाते हुए रेप के दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की है। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने मामले में राज्य सरकार को फटकार भी लगाई और पूरे घटनाक्रम को ‘ट्रैजडी ऑफ एरर्स’ करार दिया है। पीड़िता का पहला मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने में भी गड़बड़ी सामने आई, जिसके चलते रिपोर्ट तैयार करने वाले डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया गया। भोपाल की सत्र अदालत में 21 नवंबर से मामले पर प्रतिदिन सुनवाई की जा रही है।

गुरूग्राम गैंगरेप


दिल्ली एनसीआर का यह इलाका इस तरह कई प्रकार की अमानवीय घटनाओं के लिए कुख्यात है। लेकिन 29 मई 2017 को जब राह चलती एक महिला के साथ गैंगरेप कर उसकी 6 माह की बच्ची को मार डालने की खबर आई तो देशभर में सन्नाटा पसर गया। 


पीड़ित महिला अपनी मासूम बच्ची की लाश लिए मेट्रो में घमती रही कई अस्पतालों में गई उसे यकीन ही नहीं हो रहा था कि उसकी बच्ची की मौत हो गई है, और हम यह यकीन नहीं कर पा रहे थे कि क्या देश में इंसानियत इतनी गिर चुकी है।

पुलिस की कार्रवाई इस बार फिर संदेह के घेरे में आई। शुरुआती FIR में पुलिस ने गैंगरेप की धारा नहीं जोड़ी थी हालांकि घटना के पांच दिन बाद इस धारा को जोड़ा गया। मामले की जांच एसआईटी को सौंपी गई। घटना के 10 दिन बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया था। 

हिसार का निर्भया कांड
 

हिसार के उकलाना गांव में 9 दिसंबर 2017 की रात मां के पास सो रही 5 साल की मासूम बच्ची को अगवा कर रेप करने और बर्बरतापूर्वक हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया। हवसियों ने बच्ची के गुप्तांगों में लकड़ी डालकर उसकी हत्या कर दी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, लकड़ी इतनी जोर से डाला गया था कि बच्ची का गर्भाशय और आंतें तक जख्मी हो गए थे।

इस घटना ने गांववालों में उबाल ला दिया और वे धरने पर बैठ गए। यहां तक कि परिवार वालों ने चेतावनी दे दी कि जब तक आरोपी पकड़ा नहीं जाएगा, वे बच्ची का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। हालांकि राज्य सरकार के हस्तक्षेप और प्रशासन के आश्वासन के बाद 48 घंटे बाद परिवार वालों ने पूरी सुरक्षा के बीच बच्ची का अंतिम संस्कार कर दिया। मामले में पुलिस ने 14 दिसंबर 2017 को एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने में सफल रही है, जिसे वह मुख्य आरोपी बता रही है। हालांकि पुलिस ने आरोपी के बारे में ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया है।

लखनऊ में कैंसर पीड़िता के साथ गैंगरेप


9 दिसंबर 2017 को ही उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सरोजनी नगर में एक कैंसरग्रस्त नाबालिग लड़की से गैंगरेप की खबर मिली। चाऊमीन खिलाने के बहाने घर से बाहर बुलाने वाले लड़की के एक परिचित ने ही अपने एक दोस्त के साथ लड़की का रेप किया और फरार हो गया। लेकिन पीड़िता के साथ इसके बाद जो घटा, वह मानवता से विश्वास खत्म कर देगा। पीड़िता रास्ता भटक गई उसने एक अनजान शख्स से मदद मांगी लेकिन उस शख्स ने भी पीड़िता के साथ रेप किया।


शुरुआत में पीड़िता के साथ तीन लोगों के रेप करने की खबर ही आई थी, लेकिन बाद में पीड़िता ने बताया कि उसके साथ कुल 6 लोगों ने गैंगरेप किया। पुलिस ने मामले में दो दिन बाद यानि 11 दिसंबर को पीड़िता के परिचित शुभम सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि शेष तीन आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।



This post first appeared on विराट कोहली ने शहीदों के नाम की जीत, please read the originial post: here

Share the post

दामिनी दुष्कर्म कांड बरसी: 2017 में सात बार गैंगरेप की शिकार हुई ‘निर्भया’

×

Subscribe to विराट कोहली ने शहीदों के नाम की जीत

Get updates delivered right to your inbox!

Thank you for your subscription

×