द हेग: पूर्व भारतीय सैनिक को गलत तरीके से सैन्य अदालत द्वारा पाकिस्तान में सजा दिए जाने के मामले में पाक ने अपना जवाब इंटरनेशलन कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) में दाखिल कर दिया है।
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भारत की तरफ से इसी साल सितंबर में न्यायालय के रजिस्ट्रार को लिखित जवाब दाखिल करने के बाद पाकिस्तान की तरफ से यह जवाब दिया गया है। पाकिस्तान के अटॉर्नी जनरल, इस मामले से जुड़ी पाकिस्तान की लीगल टीम और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से इस ड्राफ्ट को तैयार किया है।
पाकिस्तान के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल जियो न्यूज के मुताबिक, भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी पर भारतीय दावे को खारिज करते हुए पाकिस्तान ने अपने जवाब में कहा है कि जाधव एक आम नागरिक नहीं हैं और वह जासूसी तथा गड़बड़ी पैदा करने के लिए देश में दाखिल हुए हैं। पाकिस्तान ने विदेश विभाग (भारत) के डायरेक्टर फरीहा बुगती को जवाब की कॉपी सौंपी। पाकिस्तान ने इसमें दावा किया है कि जाधव का मामला विएना कन्वेंशन के दायरे में नहीं आता।
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सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, जवाब के साथ ही जाधव के खिलाफ चार्जशीट भी शामिल किया गया है और पाकिस्तान के रुख को समग्र रूप से पेश किया गया है। बता दें कि इसी महीने पाकिस्तान ने जाधव की मां और पत्नी को उनसे मिलने देने के लिए तैयार हुआ है और साथ ही उनकी सुरक्षा भी सुनिश्चित की है।
गौरतलब है कि पाक ने ने भारतीय नागरिक और पूर्व नौसैनिक अधिकारी कुलभूषण जाधव को जासूसी के आरोप में जेल में बंद रखा हुआ है। इसी साल अप्रैल में पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने जाधव को फांसी की सजा सुनाई थी। इस फैसले के खिलाफ भारत ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था, जहां 18 मई को जाधव की फांसी पर रोक लगा दी गई थी। भारत लगातार जाधव के जासूस होने के पाकिस्तानी दावे को खारिज करता आया है। वहीं, पाकिस्तान उनपर जासूसी का आरोप लगाता आया है।
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