New Delhi: Srinagar-Gulmarg road के Parampora इलाके में हजारों लोगों की भीड़ जमा हुई थी।
यहां हजारों लोग सुरक्षा बलों द्वारा मारे गए आतंकवादी के अंतिम संस्कार में शामिल होने जमा हुए थे। साथ ही anti-Hurriyat, and pro-Islamic State and pro-Zakir Musa के नारे भी लगाए जा रहे थे।
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' ना हुर्रियत वाली शरीयत, न हुर्रियत वाली आजादी, कश्मीर बानेगा दारूल इस्लाम' के नारे
- आतंकी तहरीक-उल मुजाहिदीन और मुजीस अहमद मीर के अंतिम संस्कार के लिए जमा लोगों के ' ना हुर्रियत वाली शरीयत, न हुर्रियत वाली आजादी, कश्मीर बानेगा दारूल इस्लाम' के नारे से सारी जगह गुंज उठी थी। बता दें कि मुजीस अहमद जिसको शुक्रवार को श्रीनगर के बाहरी इलाके ज़ुकुरा में शूट आउट के दौरान मार दिया गया था, उसके शरीर को इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह के झंडे में लपेटा गया था। जिसके बाद उसके ताबूत के साथ हजारों लोग साथ चले थे। जम्मू और कश्मीर पुलिस ने रविवार को कश्मीर आतंकवाद पर आईएस के प्रभाव के सुझावों को खारिज कर दिया है।
IG ने कहा मामले की जांच की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है
- जबकि 2016 में सुरक्षा बलों के हाथों बुहरन वानी की हत्या के बाद आतंकवादी समूह हिजबुल मुजाहिदीन के नियुक्त जकीर मुसा के प्रभाव पर कोई दलील नहीं है। कश्मीर के IG का कहना है कि मामले की जांच की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है,ये जानने के लिए कि कश्मीर में आतंकवाद पर आईएसआईएस के प्रभाव की मात्रा क्या है।
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