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यूपी पुलिस ने किया बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा, नकली कागजातों के सहारे सेना में भर्ती हुए थे नेपाली

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Lucknow: अभी तक पारदर्शी तरीके से भर्ती प्रक्रिया अपनाने वाली भारतीय सेना की मिसाल दुनिया के कई देश देते हैं, लेकिन इस खबर को पढ़कर आप चौंक सकते हैं। दरअसल, यूपी पुलिस ने फर्जी कागजातों के जरिए सेना में भर्ती हो चुके एक नेपाली को धर दबोचा है। इसके अलावा दो और विदेशियों का पता चला है जो फर्जी नाम से सेना में शामिल हुए हैं, लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है।

जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश पुलिस की ATS को सूचना मिली की वाराणसी में हुई सेना भर्ती में कुछ विदेशी लोग गलत नाम पते से भर्ती हो गए हैं। ATS ने इस सूचना पर गोपनीय जांच शुरू की। जांच में पता चला कि वहां 3 युवक ऐसे हैं जो 39 गोरखा ट्रेनिंग सेंटर वाराणसी से गोरखा राइफल्स में भर्ती हुए हैं। ATS ने उनके प्रमाण पत्रों की जांच की तो पता चला कि चरित्र प्रमाण पत्र भी नकली है। तीनों गलत नाम से सेना में भर्ती हुए थे।

इसके बाद ATS ने वाराणसी में दिलीप गिरी नाम के युवक को हिरासत में लिया गया। पूछताछ हुई तो उसने बताया कि उसका असली नाम विष्णु लाल भट्टाराय है। उसके पिता का नाम हरिलाल भट्टाराय है। वह देवड़ा-दो जिला रूपनदेई नेपाल का रहने वाला है। ATS ने बताया कि अभी 2 और आरोपियों की तलाश की जा रही है। इनमें से एक शिवांशबालियान की पोस्टिंग 4/3 गोरखा राइफल भुज में है, जबकि दूसरा मनोज कुमार बश्रेत जिसकी पोस्टिंग 2/3 गोरखा राइफल न्यू जलपाईगुड़ी वेस्ट बंगाल में है। दोनों इन दिनों छुट्टी पर हैं इसलिए उनकी तलाश की जा रही है। 

 आईजी ATS असीम अरुण ने बताया कि यह पहचान चुराने का भी मामला है क्योंकि जिन 3 लोगों को फर्जी नाम और पते पर नौकरी करते पकड़ा गया उनमें से 2 व्यक्ति की पहचान के असली व्यक्ति उनके पते पर रह रहे हैं। तीसरे युवक ने जिसके नाम और पते का प्रयोग किया उसकी जांच अभी चल रही है। आपको बता दें कि ATS लखनऊ में 1 अक्टूबर को मुकदमा दर्ज किया गया था और इसकी जांच इंस्पेक्टर विजय मल ने शुरू की। तीनों आरोपियों के खिलाफ सबूत इकट्ठा किए गए और जब आरोप सही साबित हुए तो तीनों के खिलाफ 16 अक्टूबर को कोर्ट ने एनबीडब्ल्यू जारी किया।

5 लाख में हुआ था भर्ती : सेना में रुपये लेकर भर्ती किए जाने का खुलासा भी हो सकता है। पूछताछ में विष्णु लाल ने बताया है कि उसके संपर्क में एक व्यक्ति आया था, जिसने सेना में भर्ती कराने के लिए उससे 5 लाख रुपये लिए थे। उसने ही उसे फर्जी दस्तावेजों के जरिए भर्ती होने का रास्ता बताया था। ATS अब उस दलाल की तलाश कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी को मंगलवार को कोर्ट के पेश किया जाएगा उसके बाद कोर्ट से उसकी रिमांड मांगी जाएगी। ATS को उम्मीद है कि रिमांड पर आने के बाद सेना भर्ती का बड़ा खुलासा हो सकता है।

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