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New Delhi:बलात्कारी बाबा राम रहीम आस्था की आड़ में चांदी के बर्तनों में खाता था, शेरों वाले सिंहासन पर बैठता था, और डेरे से ही अय्याशी के लिए नई-नई लड़कियां चुनता था। सुंदर-सुंदर साध्वियों के साथ रंगरलियां मनाता था। आपको ये बात तो पता है कि सजा सुनने के बाद बाबा जज के सामने रो पड़े थे, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि बाबा ने सज़ा से बचने के लिए जज जगदीप सिंह के सामने एक ऐसी दलील पेश की थी जिसे सुनकर हर कोई कोर्ट के अंदर हैरान रह गया।
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दरअसल 25 अगस्त पंचकूला की सीबीआई अदालत में बाबा राम रहीम को जैसे ही बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया गया। राम रहीम ने जज के सामने कहा- जज साहब मैं 1990 से नपुंसक हूं, इसलिए मैं दो साध्वियों के साथ 1999 में रेप कैसे कर सकता हूं। मुझपर लगे सारे चार्ज हटा देने चाहिए। जज ने कहा- आप नपुंसक हैं तो आपकी दो बेटियां कैसे हुईं? जी हां, ये ख़बरें सूत्रों के हवाले से आ रही हैं। बाबा पर जज साहब को इस कदर गुस्सा आया कि राम रहीम को जंगली जानवर तक करार दे दिया और बाबा के पापों की सज़ा पूरे 20 साल मुकर्रर कर दी। अब बाबा जेल में सड़ रहा है और रातों को रोता है, बड़बड़ाता है।
यही नहीं, जेल में बाबा को अगर किसी की याद आती है, तो वो है हनीप्रीत। बाबा पहले दिन से जेल में हनीप्रीत को याद कर रहा है और आंसुओं से रो रहा है। ये खुलासा किसी और ने नहीं रोहतक जेल से ज़मानत पर रिहा हुए कैदी, स्वदेश किराड़ ने किया है। इधर हनीप्रीत के लिए बाबा बेचैन हुआ जा रहा है। उधर हनीप्रीत को पकड़ने के लिए पुलिस बेताब है, क्योंकि बाबा की इस बेबी पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हो गया है और तो और हनीप्रीत के खिलाफ़ लुक आउट नोटिस भी जारी हो चुका है।
हनीप्रीत पर बाबा राम रहीम को कोर्ट से भगाने की साज़िश रचने का आरोप है। 25 अगस्त को जब गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिया गया, तो उसे जेल से भगाने की पूरी कोशिश की गई थी। लेकिन पुलिस की मुस्तैदी ने इस प्लान को चौपट कर दिया। हनीप्रीत को हरियाणा पुलिस शिद्दत से तलाश रही है, सूत्रों की मानें तो पुलिस की टीम ने नेपाल बॉर्डर से सटे इलाकों में भी दबिश दी है।
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