Get Even More Visitors To Your Blog, Upgrade To A Business Listing >>

इस दरगाह से आज तक कोई खाली हाथ नही लौटा

NEW DELHI:

 इस दरगाह से कोई खाली हाथ नही लौटा, समंदर की लहरें इस दरगाह की चौखट को चुम लौट जाती है। बाबा हाजी अली शाह की दरगाह जो प्रतीक है सभी धर्मो के संगम का इस दरगाह पर हिन्दू, मुस्लिम, सिख, इसाई सभी यहां पर आते है। हाजी अली शाह की दरगाह अपने आप में एक चमत्कार है। इस दरगाह की खूबसूरती और समन्दर के बीच बने इस दरगाह को देख मन को एक अजीब सुकून मिलता है। इस दरगाह पर हर दिन हजारो भक्त बड़ी आस्था के साथ आते है और अपना माथा झुका के मुरादे मांगते है। मुंबई के वर्ली में समुद्र के अंदर एक छोटे से एक द्वीप पर यह दरगाह बना हुआ है।

इस दरगाह के पीछे एक कहानी :

कहा जाता है की एक बाबा हाजी अली शाह अपने माँ और भाई के कहने पर वो मुंबई के इस वर्ली इलाके में रहने लगे। कहा जाता है की जब एक बार हाजी के बड़े भाई अपने माँ से मिलने जा रहे थे तब उन्होंने एक खत भेज अपनी माँ को लिखा की अब वो यहीं भारत में रहेंगे। तब से बाबा हाजी अली यहीं बस गए। यहां बाबा हाजी अली ने अपना पूरा जीवन एक संत के रूप में बिताया और लोगो को जुड़ने और सबकि मदत करने का राह दिखाया।

हाजी अली दरगाह पर आने वाले लोग :

बाबा हाजी अली की दरगाह पर हिन्दू, मुस्लिम सभी लोग यहां पर बड़ी उम्मीदों के साथ आते हैं और जिसने भी दिल से इस दरगाह पर मन्नत मांगी वो कभी खाली हाथ नही लौटा है। हर दिन पुरे भारत के कोने-कोने से हजारो लोग हर महीने यहां आते है। यहां पर महिलाओं के लिए अलग से कमरा बना हुआ है जहां वो जाकर जियारत करती हैं। अक्सर ईद के दुसरे दिन यहां लोगो की बड़ी भीड़ देखने को मिलती है।

 निर्माण और दरगाह से जुड़े चमत्कार :

अगर इतिहास पर नजर डाले तो माना जाता है की इस पवित्र दरगाह का निर्माण 1931 में हुआ था। इसका निर्माण करानेवाले व्यक्ति का नाम हाजी उस्मान था जिन्होंने दरगाह का निर्माण करवाया था। हाजी उस्मान के पास समुद्र में चलनेवाली नाव का कारोबार था जिसमे वो उन हजयात्रियों को हज ले जाने काम किया करते थे। इस दरगाह की वास्तुकला देख मनमोह लेती है। संगमरमर से इसका मुख्य द्वार बना हुआ है। इस दरगाह तक पहुँचने के लिए समुद्र के बीच से रास्ता बना हुआ है। यहां की चमत्कारी घटना भी हैरान करनेवाली है जब 26 जुलाई के बाढ़ में जब पूरी मुंबई डूब रही थी तब इस दरगाह पर कोई असर नही पड़ा।



This post first appeared on विराट कोहली ने शहीदों के नाम की जीत, please read the originial post: here

Share the post

इस दरगाह से आज तक कोई खाली हाथ नही लौटा

×

Subscribe to विराट कोहली ने शहीदों के नाम की जीत

Get updates delivered right to your inbox!

Thank you for your subscription

×