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New Delhi : रेप केस में दोषी ठहराए जा चुके डेरा सच्चा सौदा चीफ गुरमीत राम रहीम को 'विवादों' का बाबा कहा जाए तो गलत नहीं होगा। बाबा पर सिर्फ रेप का ही नहीं मर्डर और 400 भक्तों की नसबंदी कराने का भी आरोप है। ये मामला भी कोर्ट में चल रहा है।
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फतेहाबाद के टोहाना निवासी हंसराज चौहान ने 17 जुलाई, 2012 को हाईकोर्ट में याचिका दायर कर डेरा प्रमुख पर 400 साधुओं को नपुंसक बनाने का आरोप लगाया था। अब हंसराज चौहान ने इस पूरे मामले में खुल कर बात की है। उसने बताया है कि कैसे उन्हें पहले पेप्सी पिलाकर बेहोश किया गया और फिर उसके टेस्टिकल (अंडकोष) निकाल लिए गए। आइए आपको इस मामले से जुड़ी हर बात बताते हैं।
हंसराज 5 साल के थे तब राम रहीम के पास गए थे :
द क्विंट से खास बातचीत में टोहना रहने वाले 37 साल के हंसराज चौहान ने कहा कि वो मात्र 5 साल के थे जब उनके मां-बाप उन्हें राम रहीम के पास ले गए । उस वक्त राम रहीम ने उनसे पंजाबी भाषा में एक मंत्र का पाठ करने के लिए कहा था। जिसका अर्थ होता है कि भगवान सत्य और निराकार है। मंत्र का पाठ करने के बाद गुरू ने उन्हें खाने के लिए मिठाई दी थी। हंसराज के मुताबिक शुरु में उन्हें आश्रम में आने वाले लोगों को पानी पिलाले का काम दिया गया था। कुछ समय बाद सभा में गुरु के आगमन और प्रवचनों के बारे में घोषणा करने की जिम्मेदारी उन्हें दे दी गई।
क्या बाताया हसंराज ने :
हंसराज ने बताया कि कुछ समय बाद वो गुरू के प्रवचनों के दौरान भजन गाना और संगीत बजाना शुरु कर दिए। डेरा के अंदर और प्रवचनों में लोग उनके साथ-साथ महिला गायकों के गाने सुनना पसंद करने लगे थे। वो अकसर अपने गांव से सिरसा आने जाने लगे। लेकिन 5 साल बाद उन्हें सिरसा आश्रम के छात्रावास में साधु की तरह रहने के निर्देश दिए गए।
फिर एक रात हुआ ऐसा :
इसे उनकी बड़ी पदोन्नति माना जाने लगा, क्योंकि इसके लिए उन्होंने गुरमीत राम रहीम के निजी कक्ष में जाकर अनुरोध किया था। इसके बाद एक रात उन्हें श्री सतनामजी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में ले जाया गया। जहां ऑपरेशन के जरिए उनके दोनों अंडकोष हटा दिए गए।
पहले पिलाया गया पेप्सी :
हंसराज ने बताया कि अक्टूबर 2000 की एक रात उन्हे ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया। वहां उन्हें एक गिलास में पेप्सी पीने को दिया गया। पेप्सी पीते ही वो बेहोश हो गए। दो दिनों तक उन्हें होश नहीं आया। जब होश आया जो उन्होंने पाया कि उनके दोनों अंडकोष ऑपरेशन करके निकाल लिए गए थे। उस हिस्से पर पट्टी बंधी थी। अब हार्मोन के असंतुलन की वजह से उनके न तो मूंछें उगती हैं और न ही बगलों और छाती के बाल। उस वक्त उनकी उम्र 19 साल थी।
अभी और भी मामले आने हैं सामने
हंसराज ने बताया कि बाबा राम रहीम के और भी कुर्कम अभी सामने आने बाकी है। कोर्ट के इस फैसले के बाद से पीडि़तों का मनोबल बढ़ा है। हंसराज ने बताया कि बाबा राम रहीम ने बहुत से लोगों के तलाक करवाएं है। उन्होंने कहा कि अभी बहुत से ऐसी महिलाएं सामने आएंगी जो देश को अपना दर्द सुनाएंगी।
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