NEW DELHI:
रेप केस में दोषी करार डेरा चीफ गुरमीत राम रहीम की रोहतक के सुनारिया जेल में पहली रात बेचैनी में बीती। 25 अगस्त की आधी रात तक राम रहीम यानी कैदी नंबर 1997 चहलकदमी करता दिखाई दिया तो कभी दीवारों को ताकते हुए टाइमपास करता दिखा। बेचैनी बढ़ने पर बाबा ने चाय मांगी, लेकिन मेडिकल नहीं होने के कारण चाय नहीं दी गई।
Related Articles
वहीं बलात्कारी बाबा की दूसरी रात भी कुछ अच्छी नहीं रही। वो रात भर ठीक से नहीं सो पाया और चाय के लिए तड़पता रहा। वहीं खबर आ रही है कि मच्छरों ने रातभर उसको काटा जिससे वो परेशान रहा। 300 कैदियों की कैपेसिटी वाली सुनारिया जेल में बाबा की पहली रात कशमकश में निकल गई। अलसुबह कहीं जाकर आंख लगी, मगर बमुश्किल 2 घंटे ही हुए थे कि फिर से आंख खुल गई। तब सुबह के करीब 6 बजे थे। कुछ देर जेल परिसर में ही सुबह की मॉर्निंग वॉक भी की। देर रात को सूचनाएं आईं कि जेल में गुरमीत राम रहीम को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया रहा है, लेकिन आईजी जेल जगजीत सिंह 26 अगस्त को जेल परिसर में पहुंचे। उन्होंने स्थिति साफ करते हुए बताया कि राम रहीम को कोई वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया जा रहा। अन्य साधारण बंदियों की तरह ही उसे भी जेल मैनुअल के मुताबिक ही सुविधाएं दी गई हैं।
अस्पताल के साथ वाली स्पेशल अप्रूवल सेल में बाबा को तीन कैदियों के साथ रखा गया है। कमर दर्द की वजह से बाबा को दवा भी दी गई। जेल की विशेष सेल में बंद नंबर 1997 यानी यौन शोषण के दोषी गुरमीत राम रहीम को सुबह के नाश्ते में एक गिलास दूध के साथ कुछ ब्रेड दिए गए। शाही भोजन करने वाले गुरमीत को इसके बाद करीब 9 बजे आम कैदियों की तरह ही भोजन दिया गया। राम रहीम ने दाल के साथ 4 रोटियां खाई।
डिप्टी कमिश्नर अतुल कुमार ने कहा है कि साध्वियों के यौन शोषण मामले में सीबीआई कोर्ट द्वारा दोषी ठहराए गए गुरमीत राम रहीम के साथ सुनारिया जेल में सामान्य बंदियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। उन्हें दूसरे कैदियों को जो खाना दिया जाता है वही खाना दिया गया है। डीजी जेल डॉ. केपी सिंह ने बताया कि बाबा को जेल नियमों के मुताबिक केवल कपड़े ले जाने की इजाजत दी गई है। इसके अलावा उन्हें कोई वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया जा रहा है। उन्हें दूसरे कैदियों के साथ जेल में रखा गया है और साधारण खाना दिया जा रहा है।
This post first appeared on विराट कोहली ने शहीदों के नाम की जीत, please read the originial post: here