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New Delhi : केरल के त्रिशूर में पैदा हुए जॉर्ज वी नेरयमपरमपिल ने 11 साल की उम्र में पढ़ाई करने के साथ-साथ साइड बिजनेस शुरू किया। मैकेनिक का काम करने लगे। जानिए इनके सफल बनने की कहानी। मैकेनिक का काम करते हुए ही उन्होंने कुछ पैसे सेव किए और शारजाह चले गए। शारजाह में उन्होंने एयरकंडीशनर का बिजनेस शुरू किया। यही रहते हुए जॉर्ज अपने दोस्त के साथ 2010 में दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा देखने पहुंचे। दोस्त ने जॉर्ज को बताया कि बुर्ज खलीफा 163 मंजिलों वाली बिल्डिंग है। दोस्त ने जॉर्ज से कहा कि इसमें तो घुसने के भी पैसे लगते हैं।
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जॉर्ज को अपने दोस्त की यह बात इतनी चुभ गई कि उन्होंने मात्र 6 साल के भीतर ही बुर्ज खलीफा में 22 फ्लैट खरीद डाले, जो आजतक किसी एक व्यक्ति द्वारा बुर्ज खलीफा में खरीदे गए सबसे ज्यादा फ्लैट्स हैं। जॉर्ज वर्तमान समय में 16 कंपनियों वाले जियो इलेक्ट्रिकल एंड कॉन्ट्रैक्टिंग को एलएलसी ग्रुप के मालिक हैं। जॉर्ज वी नेरयमपरमपिल की यूएई स्थित कंपनी में एक हजार से ज्यादा लोग काम करते हैं।
जॉर्ज एक मैकेनिक से 16 कंपनियों के मालिक बनने तक की अपनी कहानी बताते हैं कि जब मैं 11 साल का था तब से ही सोचता था कि एक दिन प्रॉपर्टी खरीदने-बेचने का काम करूंगा। मेरी खुद की ढेर सारी जमीन होगी। मेरे पिता कपास की खेती करते थे और मैं उनकी मदद करता था। मैं अपने पिता के साथ रोज सुबह-शाम खेत से कपास उठाकर मार्केट में बेचने जाता था। इसी में से समय निकालकर मैं पढ़ने भी जाता था। एक दिन मेरे दिमाग में यह बात आयी कि लोग कपास का तो इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उसके बीज को फेंक देते हैं। मैंने कपास के बीज को इकठ्ठा करना शुरू कर दिया और उससे गोंद बनाकर बेचने लगा। यह पढ़ाई के साथ मेरा पहला साइड बिजनेस था।
जॉर्ज आगे बताते हैं कि मैंने दुबई के बारे में बहुत सुना था कि वहां जो भी जाता है वो अमीर हो जाता है। इसी सपने के साथ सेव किए हुए पैसों से अपनी पहली विदेश यात्रा पर 1976 में शारजाह पहुंचा। यहां मैंने एयरकंडीशनर का बिजनेस शुरू किया। यूएई में गर्मी ज्यादा प्ड़ती है इसलिए मेरा एयर कंडिशनर का कारोबार चल निकला। फिर 1984 में अपनी एक छोटी सी कंपनी बनाई और प्रॉपर्टी डीलिंग का काम शुरू किया। इसी दौरान एक दिन अपने दोस्त के साथ ऐसे ही बुर्ज खलीफा देखने चला गया। मेरे दोस्त ने मुझसे मजाक में कहा-यह बुर्ज खलीफा है।
यहां फ्लैट खरीदने के बारे में मत सोचने लगना यह तुम्हारी हैसियत में नही है। दोस्त की बात मुझे चुभ गई। मैंने उसी दिन सोच लिया कि मैं बुर्ज खलीफा में फ्लैट खरीद कर जरूर दिखाऊंगा। एक दिन अखबार में मैंने बुर्ज खलीफा में बिक रहे फ्लैट के बारे में पढ़ा। मैने तुरंत अपने सेव किए हुए सारे पैसे लगाकर यह फ्लैट खरीद लिया। फिर एक के बाद एक मैंने कुल 22 फ्लैट्स खरीद डाले।
जॉर्ज अब भारत में आकर देश के लिए कुछ करना चाहते हैं। उन्होंने बता कि वह त्रिवेंद्रम से कासारकोड तक नहर बनाना चाहते हैं। जिसमें बिजली बनाने, सब्जी उगाने व मछली पालन के प्रोजेक्ट्स भी शामिल होंगे। साथ ही प्रकृति को सौंदर्य प्रदान करना भी है। जॉर्ज के मुताबिक वह हमेशा ख्वाब देखने वाले व्यक्ति हैं और कभी ख्वाब देखना बंद नहीं कर सकता करते।
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