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New Delhi:गुजरात की एक बीजेपी विधायक ने अपने विधानसभा क्षेत्र में ऐसा काननू लागू करने की मांग की है, जिसमें कोई भी मुसलिम व्यक्ति हिंदुओं के पड़ोस में घर नहीं ले सके। बीजेपी विधायक संगीता पाटिल ने अपने विधानसभा क्षेत्र लिम्बयात में 'डिस्टर्बड एरिया एक्ट' लागू करने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि इस इलाके के लोगों ने जनप्रतिनिधिक के तौर पर मुझे चुना है, इसलिए उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, यह मेरा दायित्व बनता है।
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संगीता पाटिल ने मांग करते हुए लिखा कि इस एक्ट के लागू होने के बाद कोई भी मुस्लिम हिंदू के पड़ोस में घर नहीं खरीद सकेगा। फाइनेंशियल एक्सप्रेस में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक इसके पीछे इलाके में घटी कुछ घटनाओं को बताया जा रहा है। अन्य राजनीतिक पार्टियां पाटिल की इस मांग को गलत ठहरा रही हैं. अपनी इस मांग का बचाव करते हुए पाटिल ने आरोप लगाया कि मुसलमान हिंदू सोसायटी में घर खरीदने के लिए हर प्रकार की चालाकी का उपयोग करते हैं। इतना ही नहीं घर बुक करने के लिए वे लोगों को धमकी भी देते हैं।
पाटिल ने लिखा कि हिंदू एरिया में घर लेने के लिए मुसलमान हिंदू इलाकों में घर लेने के लिए काफी ऊंचे दाम भी देते हैं. उन्होंने लिखा कि सूरत के कई इलाकों में यह कानून लागू हैं, शेष इलाके में इसे जल्द लागू किया जाना चाहिए। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक सूरत का लिम्बयात इलाका पहले केवल एक हिंदू इलाका हुआ करता था लेकिन अब वहां पर मुसलमानों का प्रभुत्व है।
लिम्बयात के अलावा ऐसी कई सोसायटी है जो कि हिंदू नाम पर हैं जिनमें गोविंद नगर, भारती नगर, मदनपुरा और भावना पार्क शामिल हैं। अब इन सभी सोसायटियों में मुसलमानों का वर्चस्व है। पाटिल ने आरोप लगाया है कि अगर मुसलमानों को आसानी से घर नहीं मिल पाता है तो वे हिंदुओं को धमकी देते हैं और उन्हें जबरन अपना घर बेचने पर मजबूर करते हैं। पाटिल ने कहा कि जिस तरह से घर लेने के लिए मुस्लिम चालाकी दिखाते हैं और हिंदुओं को प्रताड़ित करते हैं इसलिए ही मैं चाहती हूं कि हिंदू इलाकों में डिस्टर्बड एरिया एक्ट लागू किया जाए, ताकि हिंदुओं के खिलाफ कोई हिंसा न हो पाए। उन्होंने लिखा कि मैं जिलाधिकारी महोदय से निवेदन करती हूं कि वे इस एक्ट को लागू करें क्योंकि इन इलाकों के रहने वालों ने मुझे अपना प्रतिनिधी बनाया है इसलिए उनकी परेशानी दूर करना मेरा कर्तव्य है।
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