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New Delhi: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लोगों ने पाक सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की है। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के गिलगित में स्थानीय नागरिकों ने पाक सरकार के उस फैसले की खिलाफत की है जिसके तहत गिलगित क्षेत्र पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई और फोर्स कमांड नॉर्थ एरिया को हजारों एकड़ की भूमि आवंटित की गई है।
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दरअसल पाक अधिकृत कश्मीर को पाकिस्तान ने एक तरह से चीन के पास गिरवी रख दिया है। दरअसल पाक-चीन आर्थिक गलियारा इसी रास्ते से होकर गुजरता है, जिसका पीओके के लोग विरोध कर रहे हैं। चीन-पाक आर्थिक गलियारे को लेकर भी लोगों में आक्रोश का माहौल है। यहां लगातार पाकिस्तान के खिलाप विरोध प्रदर्शन होते रहते हैं। यहां होने वाले प्रदर्शन पाकिस्तान की ओर से पीओके के लोगों पर किए जा रहे जुल्म के खिलाफ गुस्सा है। पाकिस्तानी सेना भी इस इलाके में लोगों पर अत्याचार कर रही है।
गिलगित के स्थानीय निवासियों का कहना है कि गांव के आसपास की 20000 कैनल की भूमि आवंटित की गई है और ये सब चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे को देखते हुए किए गया है।
पाक अधिकृति कश्मीर के पत्रकार मिराज का कहना है कि सरकार ने बिना स्थानीय लोगों से पूछे जमीन दे दी है, गिलगित-बाल्टिस्तान की राजनीतिक पार्टियों ने इसे लेकर चिंता जाहिर की है।
आपको बता दें कि गिलगित-बल्टिस्तान की सीमाएं, चीन और अफगानिस्तान के अलावा जम्मू-कश्मीर से जुड़ी हुई हैं। पाकिस्तान, चीन के साथ मिलकर वहां आर्थिक कोरिडोर बना रहा है। इस गलियारे का विरोध यहां की जनता कर रही है। इस इलाके में पहली बार चुनाव साल 2009 में हुए थे, लेकिन यहां के लोग इसे छलावा करार देते हैं। स्थानीय नागरिक पाकिस्तान की नापाक हरकतों और पाक आर्मी के अत्याचारों का विरोध करते हैं।
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