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New Delhi: जैसलमेर से 12 किलोमीटर दूर वॉर म्यूजियम में इन दिनों जो भी पहुंच रहा है, उनका सीमा चौड़ा हो रहा है। वॉर म्यूजियम में थल सेना के द्वारा उपयोग में लिए जाने वाले टैंक्स व बंदूकों का प्रदर्शन आम लोगों के लिए खोला गया।
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वॉर म्यूजियम में आर्मी द्वारा स्वतंत्रता दिवस से पहले लगाई गई दो दिवसीय प्रदर्शनी में आमजन के साथ सैलानियों ने सेना द्वारा उपयोग में लिए जा रही वैपंस व टैंक्स की पूरी जानकारी ली।
सेना द्वारा उपयोग में लिए जाने वाले हथियारों को देखने के लिए लोगों में भी जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। सेना द्वारा लड़ाई के समय उपयोग लिए जाने वाली बंदूकाें को सैलानियों द्वारा अपने हाथों में लेकर खुद को गौरवान्वित महसुस किया जा रहा है। भारतीय सेना द्वारा अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए जिन हथियारों का उपयोग लिया जा रहा है, उन्हें अपने हाथों में लेकर उसका किस प्रकार उपयोग किया जाता है। इसकी पूरी जानकारी आमजन ने ली।
सेना के अधिकारियों द्वारा भी हथियार का वजन, उपयोग, मारक क्षमता, चलाने की विधि सहित हथियार की पूरी जानकारी लोगों को बताई गई। आमजन के लिए वॉर म्यूजियम में हथियारों की प्रदर्शनी में दो दिन में करीब 5 हजार लोगों ने जानकारी लेने के साथ ही जमकर फोटोग्राफी ली। वॉर म्यूजियम देखने आई सैलानी शिवांक्षी ने बताया कि भारत के जवान किन विपरित परिस्थितियों में भारी हथियारों के साथ देश की सुरक्षा में तैनात है। पहले इस बारे में सिर्फ सुना था, लेकिन अब हथियारों का भार देखकर ही इस बात का अंदाजा लगा है कि वे किन परिस्थतियों में अपने परिवार से दूर हमारी सुरक्षा में तैनात है।
सेना द्वारा वॉर म्यूजियम में टी-90, बीएमपी 2/2के, बोफोर्स, गन-46, एएम-50, टैंक टी-55, एफडब्ल्यूएमपी टैंक, टैंक टी-72एम1 व अर्जुन टैंक एमके-1 के साथ बंदुकाें की जानकारी ली। इनके बारे में जानकारी लेने के साथ ही सैलानियों व आमजन ने इन हथियारों के साथ व टैंकों पर चढ़कर जमकर सेल्फी भी ली।
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