NEW DELHI: चीन के साथ सिक्किम में बॉर्डर पर जारी तनाव के बीच मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने पीएम मोदी से मिलकर बॉर्डर के हालात की जानकारी दी। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने पीएम मोदी ने संसद में मुलाकात की।
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विदेश सचिव चीन से तनाव के मुद्दे पर आज संसदीय कमेटी को ब्रीफ करेंगे। चीन से तनाव के मुद्दे पर लोकसभा में समाजवादी पार्टी ने स्थगन प्रस्ताव भी दिया था। गौरतलब है कि पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से सिक्किम में डोकलाम बॉर्डर पर चीन और भारत की सेनाएं आमने-सामने हैं। मंगलवार को चीन ने तिब्बत में भारतीय बॉर्डर के पास युद्धाभ्यास किया था। इसके बाद चीन ने भारत को भूटान-चीन-भारत ट्राइजंक्शन से सेना वापस बुलाने को कहा और चेतावनी दी कि नहीं बुलाने पर युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। चीन ने बीजिंग स्थिति विदेशी राजदूतों को भी सीमा तनाव से अवगत कराते हुए कहा है कि उसके संयम की सीमा अब खत्म हो रही है।
मंगलवार को चीन की सरकारी मीडिया ने भी युद्ध की चेतावनी भारत को दी थी। सिक्किम सेक्टर की स्थिति के दीर्घकालिक रूप लेने के बीच चीनी मीडिया ने कहा है कि चीन को भारत के साथ गतिरोध के लिए तैयार हो जाने की जरूरत है। चीन के मीडिया ने साथ ही यह चेतावनी भी दी है कि इस तरह के अन्य संघर्षों से संपूर्ण वास्तविक नियंत्रण रेखा पर ‘भीषण संघर्ष’ छिड़ सकता है। सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के छपे लेख में दावा किया गया है कि डोकलाम पठार के पास सड़क बनाने से चीनी सेना को रोकने की भारतीय कार्रवाई ‘‘चीन की सम्प्रभुता का गंभीर उल्लंघन है।’’ यह सड़क भारत-चीन-भूटान की सम्मिलित सीमा के पास है।
गौरतलब है के डोकलाम में भारत ने सड़क निर्माण पर चिंता जताई है। भारत को डर है कि इसके माध्यम से चीनी सेना पूर्वोत्तर राज्यों तक उसकी पहुंच को बंद कर सकती है। चीन से कहा गया था कि सड़क निर्माण से मौजूदा हालात में बहुत बदलाव होंगे, जिनका भारत पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। चीन की इस कार्रवाई के बाद पिछले एक महीने से दोनों देशों की सेनाओं के बीच गतिरोध जारी है।
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