पिछले दो महीने से चल रहे डोकलाम विवाद को भूलते हुए भारत और चीन की सेना ने डोकलाम से पीछे हटने का फैसला लिया है. सोमवार को विदेश मंत्रालय की ओर से बयान में कहा गया है कि दोनों देशों ने इस मुद्दे पर लगातार बात की है, जिसके बाद इस पर फैसला लिया गया है. उन्होंने बताया कि विवाद के बाद भी पिछले कई दिनों से दोनों देशों के बीच इस मुद्दे को सुलझाने पर बात चल रही थी. दोनों देश की सेना अब धीरे-धीरे अपनी सेना हटाएगी. दोनों देशों की सेना पीछे हटना शुरू भी हो गई है.
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भारतीय विदेश मंत्रालय के बाद चीनी अखबार की ओर से भी ट्वीट कर कहा गया कि चीन और भारत ने 2 महीने से चल रहे डोकलाम विवाद को खत्म करने का फैसला किया है.
China, India agree to end over 2-month-long standoff in #Doklam; China confirms India has withdrawn its troops pic.twitter.com/Kwr6pFi2PN
— People's Daily,China (@PDChina) August 28, 2017
मोदी के दौरे से पहले कूटनीतिक जीत!
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ दिनों के बाद ब्रिक्स समिट में हिस्सा लेने के लिए चीन का दौरा करने वाले हैं. मोदी के दौरे से पहले ही दोनों देशों की कवायद विवाद को सुलझाने की थी, जिसका असर दिखाई दे रहा है. अभी तक जारी बयान से ये साफ नहीं है कि कौन-से देश की सेना पहले विवादित जगह से हटेगी.
क्या है डोकलाम विवाद?
गौरतलब है कि सिक्किम सीमा सेक्टर के पास डोकलाम में भारत और चीनी सेना दो महीने से भी ज्यादा समय से आमने-सामने है. यह गतिरोध तब शुरू हुआ जब इस इलाके में चीनी सेना द्वारा किए जाने वाले सड़क निर्माण कार्य को भारतीय सैनिकों ने रोक दिया.
भारत की चिंता यह है कि अगर चीन डोकलाम में सड़क बनाने में कामयाब रहता है तो उसके लिए कभी भी उत्तर-पूर्व के हिस्से तक शेष भारत की पहुंच को रोक देना आसान हो जाएगा. डोकलाम इलाके को भूटान अपना मानता है, लेकिन चीन का दावा है कि यह उसके क्षेत्र में आता है.
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