साइन्टीफिक तरीके से होगी बन्दरों की नसबन्दी
(बन्दरों को पकड़ने का अभियान ) |
आगरा में बन्दरों की बढ़ती जनसंख्या की समस्या इतनी गम्भीर है, कि समस्या से छुटकारा पाने के लिए एक साल से प्रयासरत जिला प्रशासन के सहयोग से वाइल्ड लाइफ एसओएस बन्दरों को पकड़ने का अभियान की एस एन मेडिकल कालेज से शुरूआत की जायेगी। इसके पश्चात दूसरे स्थानों पर पिंजरों को रखा जायेगा जहाॅ पर बन्दरों की संख्या अधिक है।
मण्डलायुक्त प्रदीप भटनागर ने कि आगरा में बन्दरों की बढ़ती जनसंख्या से आगरावासी काफी परेशान थे, जिससे निजात पाने के लिए एक ठोस कार्यवाही की शुरूआत की जा रही है, जिसके अन्तर्गत एक साइन्टीफिक तरीके से बन्दरों की नसबन्दी आधुनिक तरीके से की जायेगी, जिससे बन्दरों को भी किसी प्रकार की तकलीफ नहीं होगी।
मण्डलायुक्त ने बताया कि इसकी शुरूआत एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में की जा रही है, और प्रयोग सफल होने पर इसका दायरा बढ़ाया जायेगा। जिससे अधिक से अधिक मोहल्लों में बन्दरों की बढ़ती आबादी को नियन्त्रण किया जा सकेगा। उन्होंने यह भी बताया कि धार्मिक आस्था के सम्बन्ध में सन्त, महन्तों से भी जिला प्रशासन की वार्ता हो चुकी है, जिससे ऐसे लोगों के लिए स्थान निर्धारित किये जायेंगे, जहाॅ पर वे बन्दरों को खाने की वस्तुएं खिला सकेंगे।
उन्होंने बताया कि आगरा मे इस प्रयोग के सफल होने पर मथुरा में भी शुरूआत की जायेगी, जिससे विभिन्न धार्मिक स्थानों पर बन्दरों के बढ़ते आतंक को नियन्त्रण किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि एसओएस संस्था को 20 साल का अन्तर्राष्ट्रीय अनुभव है। उन्होंने महानगर की जनता से भी अपील की है कि इस समस्या को बढ़ने से रोकने के लिए सहयोग करें।