मुलायम सिंह ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव कारण बताओ नोटिस जारी कर दिए हैं। अब खेल इस स्थिति पर पहुँच चुका है कि सपा को कौन हथियाने में सफल होता है। चुनाव नजदीक हैं और समय काम है। यह भी नहीं भूलना चाहिए कि अखिलेश यादव प्रदेश के मुख्य मंत्री हैं। उनके पास वर्तमान में सत्ता और साधन हैं। मुलायम के नोटिस मिलने के बाद रामगोपाल यादव ने राष्ट्रीय सम्मेलन बुलाया है। बताया जाता है की पार्टी के दस हज़ार कार्यकर्ताओं ने अखिलेश के साथ होने के एक कागज़ पर हस्ताक्षर भी किये हैं। अब देखना है कि साइकिल किसके हाथ लगती है। यह बात अवश्य है अखिलेश नोजवान हैं, शायद अच्छी चला सकेंगे। दूसरी तरफ मुलायम अखिलेश की तरह साइकिल उतनी अच्छी न चला सकें। देखना है कौन की तरफ ड्राइव करता है।