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चौटाला गांव के कम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नवजात शिशुओं के मौत प्रकरण की निष्पक्ष जांच करने, शिशु रोग विशेषज्ञ, महिला रोग विशेषज्ञ 2 चिकित्सकों की तुरंत तैनाती करने, रेडियोग्राफर, लैब टेक्नीशियन लगाने और 11 एमबीबीएस के रिक्त पदों को भरने सहित अनियमितताओं को दूर करने की मांग को लेकर ग्रामीणों का जोरदार संघर्ष लगातार जारी है।
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जनचेतना यात्रा के रूप में चौटाला गांव का आंदोलन आज उकलाना में आगमन कर चुका है। जन चेतना यात्रा में संघर्षरत किसान, मजदूर, साथी आज रात्रि उकलाना में अखिल भारतीय किसान सभा के कार्यालय में रात्रि विश्राम करेंगे। किसान नेता कॉमरेड राकेश फगोडि़या, प्रेमसुख गोदारा ने कहा की मौजूदा गठबंधन सरकार नवजात शिशुओं की मौत के बाद महिलाओं को भी मारने पर तुली हुई है। एक बेटी जयपुर में भर्ती है। जयपुर के डॉक्टरों ने गत दिवस देर रात्रि दूरभाष पर जवाब दे दिया और कहा कि महिला के बचने की उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या होगा की हरियाणा प्रदेश भर में बेटी को स्वास्थ्य लाभ नहीं मिला, जयपुर में इलाज करवाने के लिए जाना पड़ा है। फगोडि़या ने कहा कि इस सरकार को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। गांव गांव में किसान मजदूर विरोध दर्ज करवाएंगे। लावारिस डबवाली क्षेत्र के गांव में सत्ता में बैठे नेताओं को किसी भी सूरत में घुसने नहीं दिया जाएगा। फगोडि़या ने कहा कि हमने सभी विधायकों से निवेदन किया था कि आप इस शीतकालीन सत्र में चौटाला गांव सहित डबवाली इलाके की जोरदार आवाज उठाकर सरकार को घेरने का काम करें। आज स्थानीय विधायक अमित सिहाग ने जन चेतना यात्रा के मुद्दे को विधानसभा में उठाया है। उन्होंने कहा कि जनचेतना यात्रा का नेतृत्व मांगे पूरी होने के बाद विधायक का व्यक्तिगत आभार व्यक्त करेगा। चौटाला गांव के सभी नेताओं का कर्तव्य बनता है कि बिना किसी राजनीतिक सोच के आम जनता के मुद्दों को लेकर सांझा संघर्ष करें ताकि स्वास्थ्य केंद्रों की हालत में सुधार हो ताकि किसी गरीब किसान मजदूर के बच्चों की भविष्य में इस प्रकार दुखद मृत्यु ना हो। उन्होंने कहा कि कल सूर्य उदय के साथ ही उकलाना से चंडीगढ़ के लिए प्रस्थान करेंगे और चंडीगढ़ में अगर मुख्यमंत्री ने जायज मांगों को नहीं माना तो हर हाल में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। चौटाला सहित इलाके की जनता आक्रोशित है। यात्रा के चंडीगढ़ में आगमन करते ही बड़ी संख्या में किसान जवान बुजुर्ग माताएं बहने बच्चों सहित बसों में सवार होकर चंडीगढ़ कुच करेगी। सरकार को इलाके की एक-एक मांग माननी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि जनचेतना यात्रा के संघर्षरत ग्रामीणो का संकल्प है कि स्वास्थ्य केंद्रों की हालत ठीक होने तक चंडीगढ़ में ही रहेंगे, जब तक मांगों को नहीं माना जाएगा वापस मुड़कर गांव की तरफ नहीं देखेंगे। आज जन चेतना यात्रा में प्रेमसुख गोदारा, राकेश फगोडि़या, अवनी सिहाग, कृष्ण कुमार शर्मा, सुभाष कड़वासरा, जगदीश बिश्नोई सहित किसान नौजवान उपस्थित रहे हैं।