इस बार MCD का चुनाव का परिणाम कई मामलों में ख़ास था. जाहिर है इसका परिणाम बीजेपी के पक्ष में रहा. कांग्रेस के लिए उम्मीद की किरण लेकिन AAP के लिए निराशाजनक रहा. अब जरा इससे जुड़ी इन 10 बातों पर गौर फरमाइए.
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#1
सबसे दिलचस्प बात कि जिस राजौरी गार्डन की सीट पर उपचुनाव में जीत की इतनी चर्चा हो रही थी वहां MCD चुनाव में भाजपा को 4 में से 2 वार्ड में ही जीत मिली है.
#2
इस चुनाव में सबसे बड़ी जीत 9866 वोट की मार्जिन से द्वारका-बी से बीजेपी प्रत्याशी कमलजीत ने दर्ज की. जबकि सबसे कम मार्जिन छतरपुर में रहा, जहां बीजेपी प्रत्याशी अनिता तंवर 2 वोटों से चुनाव जीत गईं.
#3 MCD
नगर निगम के इस चुनाव में कुल 2516 कैंडिडेट मैदान में थे, इनमें से 1803 की जमानत जब्त हुई है. जबकि 49 हजार 234 लोगों ने किसी भी पार्टी को वोट देने के बजाय नोटा को चुना. 19 पार्टियों में से 14 को नोटा से भी कम वोट मिले. नई पार्टी स्वराज इंडिया नोटा वोटों से पीछे रही.
#4
आदमी पार्टी के दिग्गज, मनीष सिसोदिया के क्षेत्र के 4 वॉर्डों में से तीन पर भाजपा जीती. कपिल मिश्रा के क्षेत्र में 5 में से 3 सीटें भाजपा जीत गई जबकि सबसे बुरी हालत स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की रही. उनकी विधानसभा के सभी वॉर्डों पर AAP हार को हार का सामना करना पड़ा.
#5
ये भी कम रोचक नहीं कि बीजेपी को 2012 के मुकाबले 43 सीटें ज्यादा मिली तो हैं, लेकिन उसके वोट फीसदी में थोड़ी गिरावट आई है. 2012 के 36.74 फीसदी वोट के बदले इस बार 36.08 फीसदी वोट ही मिले हैं.
#6
कांग्रेस 30 सीटें मिलीं, लेकिन 2015 के विधानसभा चुनाव के बदले उसका वोट शेयर 9 फीसदी से बढ़कर 21.09 फीसदी हो गया. AAP को पिछले विधानसभा चुनावों में मिले 53.76 फीसदी वोट के बदले इस बार सिर्फ 26.23 फीसदी वोट ही मिले.
#7
सविता खत्री को नरेला में उनकी अपनी पार्टी भाजपा ने धोखा दिया लेकिन फिर भी वोटरों ने उन्हें चुना. AAP के बर्खास्त मंत्री संदीप कुमार ने सविता खत्री के लिए प्रचार किया था, जिसके बाद भाजपा ने उन्हें बीच चुनाव में पार्टी से निकाला. इसके बावजूद कमल के निशान पर वो 5 हजार से ज्यादा वोटों से चुनाव जीतीं. ऐसे ही बीजेपी से नवादा के कृष्ण गहलोत भी अपने दम पर चुनाव लड़े और जीत गए.
#8
पूर्वी दिल्ली के सुभाष मोहल्ला वॉर्ड में चुनाव अधिकारी को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी. क्योंकि पहले भाजपा प्रत्याशी मिथिलेश पांडेय को 150 वोटों से विजेता घोषित कर दिया गया. लेकिन फिर रिटर्निंग ऑफिसर ने पाया कि जोड़ में गलती हो गई है. फिर दोबारा वोट गिने जाने पर AAP प्रत्याशी 313 वोटों से चुनाव जीत गईं.
#9
पिछले बार के मुकाबले इस बार बसपा और INLD को भी कम सीट मिले. इन दोनों को पिछले बार क्रमशः 15 व 3 सीटों पर जीत मिली थी. लेकिन इस बार इन्हें क्रमशः 3 व 1 सीटें ही मिलीं हैं.
#10
सपा MCD में अपना खाता खोलने में सफल रही. घम्मनहेड़ा वॉर्ड से दीपक मेहरा को साइकिल के निशान पर जीत मिली. सपा के कुल 27 उम्मीदवारों में से दो की मौत होने से दोबारा उपचुनाव होंगे.
दिल्ली के MCD चुनाव की ऐसी 10 बातें जानिए जो अब तक किसी ने नहीं बताया होगा is a post from ExGag.
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