अदरक भारतीय रसोई में मौजूद अद्भुत मसालों में से एक है जो खाने के स्वाद को बढ़ाता है। इस के अलावा, सूखे अदरक जिसे सौंठ या आयुर्वेद में शुंठी कहते है का भी मसाले के रूप में इस्तेमाल होता है। आयुर्वेद में इस के अनेक गुण बताए गये है जो इसे कई बीमारियों के इलाज में कारगर बनाते है। इसीलिए इसका एक नाम महौषधि भी है।
सौंठ के ज्यादातर गुण अदरक के समान ही होते है। इसका स्वाद तीखा और तासीर गर्म या उष्ण होता है। यह कफ और वात दोषों का शमन करती है और ज्यादा मात्रा में सेवन करने पर पित्त को बढ़ाती है।
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यह भोजन में स्वाद को बढ़ाती है। भूख और पाचन में सुधार लाती है।
यह आम का पाचन करने में उपयुक्त होने के कारण आमवात में काफी लाभदायक है। सौंठ १ चम्मच, २ चम्मच शहद और २ चम्मच एरंड तेल को मिलाकर सुबह खाली पेट लगातार कुछ दिनों तक लेने से आमवात में जोड़ों के सूजन और दर्द में फायदा होता है।
कफ नाशक होने से खांसी, श्वास (दमा) जैसे श्वसन मार्ग के विकारों में फायदेमंद है। इस में शहद के साथ सेवन करना चाहिए।
अपने ग्राही गुण के कारण यह आंतों से अतिरिक्त पानी का शोषण करती है और दस्त, पेचिश में उपयुक्त है।
यह मितली, उलटी, जोड़ों के दर्द, मासिक धर्म के समय होने वाले दर्द और वजन कम करने में भी फायदेमंद है।