Typhoid Foods and Diet Chart in Hindi
Typhoid Me Kya Khana Chahiye : टाइफाइड बुखार Salmonella Typhi (साल्मोनेला टाइफी) बैक्टीरिया के कारण होता है| टाइफाइड को कुछ लोग मोती झारा और कुछ मियादी बुखार भी कहते है| टाइफाइड होने पर मरीज के शरीर में खून की कमी हो जाती है, जिसके कारण मरीज का शरीर काफी कम हो जाता है| शरीर में ज्यादा कमजोरी आने के कारण रोगी को इस बीमारी से खुद को ठीक करने के लिए अधिक समय लगता है|
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टाइफाइड बुखार को जल्दी ठीक करने के लिए सबसे पहले आपको शारीरिक कमजोरी को दूर करना होगा| शारीरिक कमजोरी दूर करने के लिए आपको सबसे पहले अपनी डाइट को पहले से बेहतर बनाना होगा| typhoid diet chart में food और vegetables का होना बहुत जरुरी है| बहुत से लोगो को टाइफाइड फीवर में कैसी डाइट लेनी चाहिए, इसके बारे में पता नहीं होता| इस पोस्ट में हम आपको typhoid food diet chart के बारे में जानकारी देंगे|
टाइफाइड फीवर की जानकारी (Typhoid Fever in Hindi)
टाइफाइड फीवर Bacterial salmonella typhi के इन्फेक्शन से होता है| टाइफाइड फ़ैलाने वाला यह Bacterial मुँह के रास्ते से हमारे शरीर में प्रवेश करता है| यह Bacterial एकदम से हमारे शरीर पर असर नहीं डालता| यह हमारे शरीर में प्रवेश करके धीरे धीरे हमारे शरीर पर नकारात्मक इफ़ेक्ट डालने लगता है| एक समय ऐसा आता है, जब यह वायरस पुरे शरीर को अपनी गिरफ्त में ले लेता है|
यह वायरस किडनी और पाचन तंत्र पर सबसे ज्यादा नकारात्मक इफ़ेक्ट डालता है| ऐसा होने पर शरीर में कमजोरी आने लगती है| शरीर में खून की कमी हो जाती है, जिसके कारण वजन अचानक घटने लगता है, और पूरा शरीर बुखार से कांपने लगता है| देखने में यह बुखार सामान्य लगता है, जिसके कारण अधिकतर लोग इसपर अधिक ध्यान नहीं देते|
What to Eat in Typhoid Fever in Hindi (टाइफाइड में क्या खाएं)
टाइफाइड फीवर होने पर अगर मरीज को समय पर सही इलाज ना मिले, तो मरीज की जान भी जा सकती है| टाइफाइड फीवर अधिकतर जानलेवा तब साबित होता है, जब लोग इसे सामान्य मानकर इसका ठीक तरीके से इलाज नहीं कराते| सही इलाज ना मिलने पर Bacterial salmonella typhi शरीर पर बहुत बुरा असर डालता है, जिसके कारण मरीज की मौत हो जाती है|
टाइफाइड फीवर के शुरूआती लक्षण निम्न है –
1. नियमित बुखार का बढ़ना
2. भूख कम लगना
3. बच्चो को दस्त लगना
4. बड़ो में कब्ज की समस्या होना
5. बदन में तेज दर्द
6. शरीर में कमजोरी होना
7. पेट और सर में तेज दर्द
ऊपर दिए गए लक्षण नजर आने पर तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर से संपर्क करे| डॉक्टर आपके टाइफाइड फीवर की जाँच करेंगे| रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर डॉक्टर आपको कई प्रकार की एंटीडोट्स देंगे| ये एंटीडोट्स आपके टाइफाइड फीवर को जल्दी से जल्दी ठीक करने में आपकी मदद करेगी|
टाइफाइड फीवर किन कारणों से होता है
1. Typhoid Bacteria से संक्रमित खून चढाने से|
2. गंदे पानी से नहाने और खाना बनाने से|
3. खाना बनाने समय साफ़ सफाई ना रखने से|
4. बरसात के मौसम में लापरहवाही बरतने से|
5. संक्रमित पानी और खाद्य पदार्थों के सेवन से|
6. बासी खाना खाने से|
7. बुखार होने पर अपनी देखभाल ना करने से|
8. टाइफाइड के मरीज का जूठा पानी पीने और खाना खाने से|
ये सभी टाइफाइड फीवर होने के सामान्य कारण है| अगर आप थोड़ी सी सावधानी बरतेंगे और खुद पर ध्यान देंगे, तो आपको टाइफाइड फीवर के खतरे से बच सकते है| अगर इन सबके बाद भी आपको टाइफाइड फीवर हो जाये, तो आपको अपने आहार पर ध्यान देना चाहिए| सही डाइट लेने से शरीर में कमजोरी नहीं आयेगी और टाइफाइड फीवर जल्दी ठीक हो जायेगा|
Typhoid Fever में Diet Chart कैसा होना चाहिए –
टाइफाइड फीवर होने पर मरीज के शरीर में खून की कमी हो जाती है, जिसके कारण शारीरिक थकान और वजन घटने जैसी परेशानियां शुरू हो जाती है| ऐसी में दवा के साथ साथ सही डाइट का लेना बहुत जरुरी है| रिसर्च के अनुसार मरीज तब तक ठीक नहीं हो सकता, जब तक मरीज के डाइट चार्ट में कैलोरी, प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व मौजूद ना हो| मरीज को हल्का भोजन जैसे दलीय, खिचड़ी आदि का सेवन करना चाहिए, क्योंकि बीमार मरीज का पाचन तंत्र सही से काम नहीं कर पाता, जिसके कारण भारी चीज खाने से शरीर को और नुकसान होता है|
अपने देखा होगा, डॉक्टर मरीज को दवा देते समय, हमेशा हल्का और पौष्टिक भोजन करने की सलाह देते है| अगर आपको टाइफाइड है, तो निचे दिए गए डाइट प्लान को अपनाये| निचे हमने Typhoid Patient के लिए कैसा Diet Chart होना चाहिए, इसके बारे में बताया है|
टाइफाइड में आहार (Typhoid Diet Chart in Hindi)
1. टाइफाइड में शरीर में खून की कमी हो जाती है| पालक में आयरन अधिक मात्रा में होता है, इसीलिए पालक का जूस पियें|
2. ताजे फलो जैसी अनार, सेब, संतरे आदि का सेवन करे|
3. टाइफाइड फीवर के दौरान मुनक्खा का सेवन करने से बहुत फायदा होता है|
4. टाइफाइड फीवर होने पर शरीर में पानी की कमी हो जाती है, ऐसे में अधिक से अधिक पानी पियें|
5. पानी की मात्रा शरीर में कम ना हो इसके लिए समय समय पर ग्लूकोस को पानी में घोलकर पियें|
6. ताज़ी हरी सब्जियों का सेवन करना इस बीमारी में फायदेमंद है|
7. मूंग जल्दी पचने वाली होती है, इसीलिए मूंग की दाल की खिचड़ी और मूंग की दाल खाये|
8. टाइफाइड हो या कोई अन्य बीमारी पानी को बॉईल करके ही पियें|
9. नारियल पानी शरीर के लिए अच्छा ड्रिंक है, इसीलिए नारियल पानी पियें|
10. सब्जियों का सुप बनाकर उसे अपनी डाइट में शामिल करे|
टाइफाइड में क्या ना खाये (Do Not Eat in Typhoid)
1. टाइफाइड होने पर भारी भोजन ना करे|
2. टाइफाइड होने पर अधिक मिर्च मशाले वाला भोजन ना करे|
3. अधिक फाइबर युक्त चीजे जैसे गोभी, शलगम, अनाज और कच्ची सब्जिया ना खाये|
4. बाहर का खाना ना खाये|
इस पोस्ट में हमने आपको Diet Chart for Typhoid Patient के बारे में हिंदी में जानकारी दी| आपको हमारी ये जानकारी कैसी लगी और आपको टाइफाइड डाइट चार्ट को फॉलो करके कितना फायदा हुआ, इसके बारे में हमें कमेंट करके बताये| अगर आपके पास कुछ ऐसी जानकारी है, जो इस पोस्ट में हम आपको नहीं बता पाए, तो कमेंट के माध्यम से हमें उस जानकारी से अवगत कराये|
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