उनके पालन-पोषण और शिक्षा: पंडित नेहरू का जन्म 1889 में 14 नवंबर को इलाहाबाद में हुआ था। उनका बचपन विशेषाधिकार प्राप्त था, उनकी प्रारभिक शिक्षा घर पर ही हुई और फिर इंग्लैंड में हैरो स्कूल और ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज में पढ़ाई की। उन्होंने 1916 में कमला कौल से शादी की। 1917 में उनकी इकलौती बेटी 'इंदिरा' का जन्म हुआ।
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पंडित जवाहरलाल नेहरू परिवार की स्थिति और जीवन शैली: उनके पिता मोतीलाल नेहरू एक सफल वकील थे। वह एक अमीर आदमी थे । उन्होंने अपने बेटे को एक राजकुमार के रूप में पाला। उन्होंने अपने बच्चे को पढ़ाने के लिए सबसे कुशल शिक्षक रखे । उन दिनों भारत एक आजाद देश नहीं था। अंग्रेज भारत पर शासन कर रहे थे ।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनका योगदान: अंग्रेजी ने भारतीयों के साथ बुरा व्यवहार किया। इसने जवाहरलाल के देशभक्तिपूर्ण हृदय को बहुत पीड़ा दी। उन्होंने अपने अभ्यास और विलासिता के जीवन को त्याग दिया। वह महात्मा गांधी द्वारा शुरू किए गए नॉनकोपेशन मूवमेंट में शामिल हुए। उन्हें कई बार जेल भेजा गया। उसे सज़ा भुगतनी पड़ी। जेल की जद्दोजहद उसकी भावना को कुचल नहीं सकती थी। उन्होंने संघर्ष को बहादुरी से जारी रखा। उन्होंने चार अलग-अलग वर्षों में कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में काम किया।
एक प्रधानमंत्री के रूप में जवाहर लाल नेहरू: जब 15 अगस्त, 1947 को भारत आजाद हुआ, तो उन्हें पहले प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया। नेहरूजी भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। वह देश को वास्तव में लोकतांत्रिक और शांतिप्रिय राष्ट्र बनाना चाहते थे। वह भारत की पंचवर्षीय योजनाओं को पूरा करने में पूरी तरह से शामिल थे। उन्हें सभी अभिव्यक्तियों में संस्थागत लोकतंत्र के पिता और भारतीय नीति के वास्तुकार के रूप में जाना जाता है।
पं.नेहरु एक सफल प्रधानमंत्री थे: भारत ने उनके मार्गदर्शन में बहुत प्रगति की। डॉ। राजेंद्र प्रसाद हमारे दिवंगत राष्ट्रपति, उनकी सेवाओं को स्वीकार करते हैं जब उन्होंने कहा: “देश पंडित जी के नेतृत्व में प्रगति की राह पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने दुनिया की भलाई के लिए बहुत कुछ किया। था और भारत के सबसे लंबे समय तक प्रधान मंत्री (1946-1964) के रूप में,