रेस्टोरेंट स्टाइल दही वाली धनिया चटनी खाने में बहुत ही स्वादिष्ट लगती है। इसे पनीर टिक्का, बिरयानी, डोसा, समोसा, रोटी या चावल के साथ भी परोस सकते है। ये चटनी आप 6 महीने तक उपयोग में ला सकते है।
सामग्री- ingredients for making restaurant Style Dahi Wali dhaniya chutney
• मोटा कटा हुआ हरा धनिया- 1.5 कप
• पुदिना- 7-8 पत्तियां
• हरी मिर्च- 2-3
• नमक- 3/4 टी स्पून
• काला नमक- 1/2 टी स्पून
• भुना हुआ जीरा- 1/2 टी स्पून
• अदरक- 1 इंच टुकड़ा
• दही- 1/2 कप
• नींबू का रस- 1/2 टी स्पून
• हींग-1/2 चुटकी
विधि- how to make Restaurant Style Dahi wali dhaniya chutney
• कभी भी धनिया की चटनी बनाने के लिए धनिए के जो डंठल होते है वो भी चटनी बनाने के लिए उपयोग में लेना चाहिए। क्योंकि इनमें बहुत खुशबू और पौष्टिकता होती है। पुदिने के सिर्फ़ पत्ते चाहिए होते है। हरे धनिये साफ़ करके अच्छी तरह धो लीजिये और छलनी में रखकर पानी निकल जाने दीजिए। इसी तरह पुदीने की पत्तियां धोकर छलनी में रख दीजिये। हरे धनिये को मोटा-मोटा काट लीजिये।
• हरी मिर्च के डंठल तोड़ कर धो लीजिये फ़िर मिर्च के बड़े टुकड़े कर लीजिए।
• मिक्सर जार में हरा धनिया, पुदीना, हरी मिर्च, अदरक, नमक, काला नमक, भुना हुआ जीरा, हींग, नींबू का रस और दही डाल कर अच्छी बारीक चटनी पीस कर तैयार कर लीजिये।
• चटनी को निकाल कर प्याले में रख लीजिये। दही वाली चटनी को फ्रिज में रखकर 5-6 दिन तक खा कर सकते है।
• यदि आपको चटनी ज्यादा मात्रा में बना कर उसे ज्यादा दिनों तक उपयोग में लाना है तो 5-6 दिनों में खत्म हो जाए इतनी चटनी फ्रीज में रख कर बाकी की बची हुई चटनी फ्रिजर में रखे। फ्रिज में की चटनी खत्म होने पर फ्रिजर की चटनी उपयोग में लाने से लगभग 2 घंटे पहले फ्रिजर से निकाल लीजिए ताकि वो सामान्य तापमान पर आ जाए।
• फिर से जितनी 5-6 दिनों में खत्म हो जाए उतनी चटनी निकालकर बची हुई चटनी फ्रीजर में रख दीजिए। इस तरह रखने से यह चटनी आप 6 महीने तक उपयोग में ला सकते है।
• आप यदि बड़े कंटेनर में चटनी नहीं रखना चाहती है तो चटनी को स्टोर करने के लिए (आप 5-6 दिन चले इतनी चटनी आ जाए ऐसी) छोटी-छोटी डब्बियां लेकर उन में चटनी भरकर फ्रिजर में रख सकते है।
• विज्ञान के मुताबिक फ्रिजर में रखी चीजों के न्यूट्रिशन कम नहीं होते है। वे जैसे के वैसे ही रहते है।
सुझाव-
• चटनी के लिए दही ताजा और मीठा ही लीजिए। यदि दही पतला है तो चलनी में डालकर दही का अतिरिक्त पानी निकाल लीजिए।
• चटनी में कच्चा जीरा डालने की बजाय यदि भुना हुआ जीरा डाला जाए तो स्वाद अच्छा आता है। थोड़ा सा जीरा भुनने की मशक्कत न करना चाहते हो तो घर में भुना हुआ जीरा पाउडर रहता ही है, वो डाल दीजिए।
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