दोस्तो, मलाई से घी निकालते वक्त अक्सर ये समस्यायें आती है कि गर्मी और ठंडी में घी जल्दी निकालने के लिए क्या करें? मक्खन निकालते वक्त ऐसा क्या करें ताकि हाथ ज्यादा नहीं भरे? एक ही मलाई से दोबारा घी कैसे निकाले? मलाई में क्या मिलाये ताकि घी ज्यादा निकले? जानिये ऐसे सभी सवालों के जबाब...
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मलाई से ज्यादा घी कैसे निकाले? How to make more Ghee from malai?
• फ्रिज या फ्रिजर जहां भी आप मलाई रखते है वहां से मलाई को निकाल कर बाहर रखे ताकि वो सामान्य तापमान पर आ जाये।
• जिस बर्तन में आपको रई लगानी है उसमें मलाई डाले। यदि गर्मी का मौसम है तो मलाई में बर्फ़ डाले और यदि ठंडी का मौसम है तो मलाई में गुनगुना पानी डालिए। ऐसा करने से मक्खन जल्दी निकलता है।
• इसी मलाई में एक टी स्पून चीनी और दो टी स्पून दही डालें। चीनी डालने से मक्खन जल्दी तो निकलेगा ही साथ ही में ज्यादा मात्रा में भी निकलेगा।
• मलाई को ब्लेंडर से फेंट लीजिए। तीन-चार मिनट में ही (चित्र 1) मक्खन निकल जाएगा।
• मलाई को ब्लेंडर से फेंट लीजिए। तीन-चार मिनट में ही (चित्र 1) मक्खन निकल जाएगा।
• यदि आपके पास ब्लेंडर नहीं है तो आप मिक्सर में भी मलाई को फेंट सकते है। एक बड़े बर्तन में बर्फ़ वाला ठंडा पानी निकाल कर रखें।
• थोड़ा सा गेहूं का आटा लेकर उससे दोनों हाथ धो लीजिए। पूरा हाथ नहीं सिर्फ़ पंजे। हाथ धोने के बाद हाथों को बिना पोंछे इन गीले हाथों से मक्खन निकाले। ऐसा करने से मक्खन हाथों पर बिल्कुल नहीं (चित्र 2) चिपकेगा।
(यहाँ मैं एक बात का उल्लेख करना चाहती हूं कि ये बात जब मैं ने अपनी बेटी को बताई थी तो वो कहने लगी कि ऐसे कैसे हो सकता है? वो विश्वास करने तैयार ही नहीं थी। जब उसने प्रयोग करके देखा तब कहीं उसे विश्वास हुआ। दोस्तों, आपकी सहेली का ब्लॉग बनाने का उद्देश्य ही यहीं है कि जो कुछ और जितना मुझे आता है वो सब पाठकों को बता कर जितना हो सके पाठकों का जीवन सरल कर सकूं।)
• मक्खन निकाल कर बर्फ़ वाले ठंडे पानी में डाल कर मक्खन को पानी से अच्छे से धो (चित्र 3) लीजिए ताकि उसमें दूध या छाछ न रहे। ऐसा करने से घी ज्यादा दिनों तक अच्छा रहेगा उसमें गंध नहीं आयेगी।
• मक्खन सेहत के लिए अच्छा रहता है। इसलिए यदि आप चाहे तो मक्खन में थोड़ी सी चीनी डाल कर परिवार के सभी लोगों को खिला सकती है। खुद भी खा सकती है। हमारे कृष्ण कन्हैया भी माखन मिश्री खाते थे।
• मक्खन को तपाने के लिए हमेशा बड़ा और मोटे तले का भगोना (गंज) लीजिए। क्योंकि कढ़ाई की उंचाई कम होने से जब मक्खन पिघल कर उफनता है तो वो कढ़ाई के बाहर आ सकता है। इसलिए कई लोग उस वक्त आंच धीमी रखते है। लेकिन इससे वक्त ज्यादा लगता है।
• जब मक्खन में से घी अलग हो जाये तब ती-चार मिनट घी को (चित्र 4) और उबलने दीजिए। बीच-बीच में घी को हिलाते रहे ताकि वो तले में न चिपके। जब घी का रंंग गुलाबी सा हो जाये तब गैस बंद कर दीजिए। फोटो में थोड़ा सफेद रंग दिख रहा है लेकिन वो थोड़ा सा गुलाबी ही है। गैस बंद करने के बाद भी गंज गर्म होने से कुछ देर घी में उबाल आता रहेगा। जिससे घी और तप जायेगा। यहीं वह वक्त होता है जहां पर हमें ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। क्योंकि कुछ सेकंड पहले गैस बंद कर दी तो घी कच्चा रह जायेगा और गैस बंद करने में कुछ सेकंड देरी हो गई तो घी जल जायेगा और घी छानने के बाद उपर जो बचता है उसका भी हम कुछ भी उपयोग नहीं कर पायेंगे।
• तीन-चार मिनट बाद में घी को छान (चित्र 5) लीजिए।
• घी तपाने के लिए हमने मोटे तले का और बड़ा गंज लिया था इसलिए घी तले में बिल्कुल नहीं (चित्र 6) चिपका है।
• घी छानने के बाद उपर जो बचा है उसे फेंकिये मत। इसका उपयोग आप कई तरह से कर सकते है।
1) इस बचे हुए भाग को छोटे पैन में डाल कर दो मिनट भून लीजिए। इसमें स्वादानुसार चीनी डाल कर चीनी पिघलने पर थोड़ा सा और पकाइये ताकि ये मिश्रण थोड़ा सा गाढ़ा हो जाये। आप इसे प्लेट में डाल कर बर्फ़ी जमा सकते है या ऐसे ही खा सकते है। ये बन गया है कलाकंद!
2) इसे आप गेहूं के आटे में मिलाकर इससे रोटियां या पुरियां बना सकते है। नरम बनेगी।
3) गेहूं के आटे को और इसे सेंक कर आप इससे आटे के लड्डू बना सकते है। 4) यदि आप उपर दी हुई कोई भी चीज नहीं बनाना चाहते है तो आप इससे दोबारा घी भी निकाल सकती है! इस बचे हुए भाग को वापस कढ़ाई में डालकर ये अच्छे से डूब जाये इतना पानी डाल कर इसे मिलाते हुए उबाल आने दें। आप देखेंगे कि मलाई में से घी निकलकर पानी में तैरने लगा है। दो-तीन मिनट इसे और उबलने दीजिए। फ़िर छान लीजिए। चलनी के उपर जो रहेगा उसे अब फेंक दीजिए और घी वाले पानी को ठंडा होने पर 5-6 घंटे तक फ्रिज में रख दें। इसके बाद कटोरे में ऊपर जमे घी को किनारे से चाकू से काटते हुए निकाल लें। इस घी को और तपा लीजिए। मतलब हमने पानी से भी घी निकाल लिया!
सुझाव-
• घी को ज्यादा ब्राउन करने से बचें। इससे घी जल जाएगा और उसका स्वाद बेकार लगेगा। लेकिन घी कच्चा भी न रहें इसका ख्याल रखे।
• आप मलाई को हाथ से या चम्मच से फेंट कर भी घी निकाल सकते है।
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