बाजा - विष्णु नागर
मुझे बाजा बनाया गया
और मैं बजने से पहले ही रो दिया
क्या करूँ कि मुझे बनाने वालों के दिल रोते हैं
मुझे बाजा बनाया गया
और मैं बजने से पहले ही हँस दिया
हँसने से काम नहीं चलेगा
और...
[यह पोस्ट का एक अंश मात्र है यदि आपको यह लेख या ग़ज़ल/कविता पसंद आई तो लिंक पर जाकर पूरी पोस्ट पढ़े Subscribe our youtube channel https://bit.ly/jakhirayoutube ]