गर्मी का मौसम
मई का आन पहुँचा है महीना
बहा चोटी से एड़ी तक पसीना
बजे बारा तो सूरज सर पे आया
हुआ पैरों तले पोशीदा साया
चली लू और तड़ाक़े की पड़ी धूप
लपट है आग की गोया कड़ी धूप
ज़मीं है या कोई...
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