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घुमड़ते बादलों को प्रेम का कातिब बना देना ...

घुमड़ते बादलों को प्रेम का कातिब बना देना.
सुलगती शाम के मंज़र को गजलों में बता देना.

 

बदल जाएगा मौसम धूप में बरसात आएगी,
मिलन के चार लम्हे जिंदगी के गुनगुना देना.

 

बुराई ही नहीं अच्छाई भी होती है दुनिया में,
बुरा जो ढूंढते हर वक़्त उनको आईना देना.

 

तलाशी दे तो दूं दिल की तुम्हारा नाम आये तो, 
तुम्हें बदनाम करने का मुझे इलज़ाम ना देना.

 

दिलों के खेल में जो ज़िन्दगी को हार बैठे हैं,
उन्हें झूठी मुहब्बत का कभी मत झुनझुना देना.



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