चैतन्य भारत न्यूज
मल्लापुरम. ‘संडे हो या मंडे रोज खाओ अंडे’ यह कहावत हम बचपन से सुनते आ रहे हैं। अंडे खाना सेहत के लिए अच्छा भी होता है। आपने आज तक बाहर से सफेद और अंदर से पीली जर्दी वाले ही अंडे देखे होंगे। लेकिन आज हम आपको ऐसे अंडे के बारे में बता रहे है जो पीली नहीं बल्कि हरी जर्दी वाला है। जी हां… हरी जर्दी वाले अंडों को देखकर वैज्ञानिक भी हैरान हैं।
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केरल के मल्लापुरम के कोट्टाकल में रहने वाले एके शिहाबुद्दीन के पॉल्ट्री फार्म में मुर्गियां हरी जर्दी वाले अंडे दे रही हैं। यहां सात मुर्गियां ऐसी हैं जो हरी जर्दी वला अंडा दे रही हैं। जानकारी के मुताबिक, यह मुर्गियां सामान्य से थोड़ी छोटी हैं। इसके अलावा इनमें कुछ खास नहीं है। पूरा परिवार कई महीनों से ये अंडा खा रहा है। अंडों की जर्दी का हरा रंग नहीं बदलता फिर चाहे वो कच्चा अंडा हो या पका हुआ।
“It was nine months ago that we first got such an egg with a green yolk from a hen in our small poultry farm set up along the house.” https://t.co/Oyi71YwZcx #Egg #GreenYolk #India #Chicken #PoultryFarming
— The Guardian Nigeria (@GuardianNigeria) May 25, 2020
जानकारी के मुताबिक, 9 महीने पहले यहां एक मुर्गी ने हरे रंग की जर्दी वाले अंडे देना शुरू किया था। इसके बाद फार्म के मालिक शहाबुद्दीन ने कुछ अंडों से चूजे निकलने का इंतजार किया, ताकि अगर कुछ अलग हो तो देखा जा सके। लेकिन इसमें कुछ अलग नहीं दिखा था। शिहाबुद्दीन ने बताया कि, ‘मेरी पोल्ट्री फॉर्म पर मुर्गियों ने हरे अंडे दिए हैं। मैं और मेरा परिवार पिछले 9 महीने से ये अंडे खा रहे हैं। हमें कोई दिक्कत नहीं हुई।’
वहीं केरल के एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट्स ने कहा कि यह मुर्गी के खानपान की वजह से ऐसा हुआ है। यदि मुर्गी के खाने-पीने की चीजों में हरे रंग के खाद्य पदार्थ ज्यादा हैं तो ऐसा हो सकता है। यूनिवर्सिटी के पोल्ट्री साइंस विभाग में एसिसटेंट प्रोफेसर डॉ. एस. शंकरलिंगम ने कहा कि, इससे साफ तौर पर स्पष्ट है कि मुर्गियों को किस तरह का खाना दिया जाता है।
साथ ही यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने शिहाबुद्दीन से वह खाना भी मांगा जो वह अपनी मुर्गियों को देते हैं। फिर वैज्ञानिकों ने खाने की जांच की और शिहाबुद्दीन से कहा कि इसे मुर्गियों को दें। शुरुआत में उसे खाने के बाद मुर्गियों ने जो अंडे दिए वो हरे रंग की जर्दी वाले थे। लेकिन दो हफ्ते बाद जर्दी का रंग पीला होने लगा। डॉ. एस. शंकरलिंगम ने बताया कि, मुर्गियों को केरल में आमतौर पर कुरुनथोट्टी (Sida Cordifolia) नाम का मेडिशिनल पौधा खाने में दिया जाता है। इसकी वजह से अंडे की जर्दी का रंग बदल गया है।