53 वर्ष की संगीता सिंधी ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को किया पराजित
जम्मू से 53 वर्षीय संगीता सिंधी बहल के लिए, जो 19 मई को माउंट एवरेस्ट को स्केल करने वाली सबसे पुरानी भारतीय महिला बनीं.
संगीता सिंधी बहल
"वो कहते है ना की दृढ़ संकल्प, दृढ़ता और साहस से दुनिया की हर चीज़ को हासिल किया जा सकता है इसी सोच से वह न केवल चोटी को मापने वाली सबसे पुरानी भारतीय महिला बन गई, बल्कि अपने राज्य की पहली महिला भी थी."
संगीता सिंधी पिछले साल 29,3535 फीट दुनिया में सबसे ऊंची चोटी माउंट एवेरेस्ट पर विजय प्राप्त करने से चूक गईं थी। वह छः अन्य पर्वतारोहियों के साथ थीं.
लेकिन इस बार संगीता ने साथी पर्वतारोही प्रीमलता अग्रवाल को हराया जिन्होंने 20 मई, 2011 को एवरेस्ट को 48 साल की उम्र में स्केल किया था.
जम्मू में जन्मी संगीता 1985 में एक पूर्व मिस इंडिया प्रतियोगी में भाग लिया था और फाइनल में पहुंची, संगीता ने कहा, "मैं दुनिया की सबसे ऊंची चोटी को स्केल करने के बाद दुनिया के शीर्ष पर महसूस करती हूं."
संगीता ने एक विस्वास के साथ कहा की जब मई दुनिया की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवेरेस्ट को स्केल कर रही थी तब मुझे बिल्कुल कोई डर नहीं था क्युकी सोचने के लिए जीवन बहुत छोटा है अगर मैं डर के बारे में सोचती तो ये मुकाम मुझे कबि हासिल नहीं होता.
जब उसकी उम्र पर सवाल उठा तो उसने इस धारणा को खारिज कर दिया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है, अगर आप अपने सपनों को पूरा करना चाहते है तो आपकी उम्र पर निर्बैर नहीं करता बस आपके होंसले बुलंद होने चाहिए.
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जम्मू से 53 वर्षीय संगीता सिंधी बहल के लिए, जो 19 मई को माउंट एवरेस्ट को स्केल करने वाली सबसे पुरानी भारतीय महिला बनीं.
संगीता सिंधी बहल
"वो कहते है ना की दृढ़ संकल्प, दृढ़ता और साहस से दुनिया की हर चीज़ को हासिल किया जा सकता है इसी सोच से वह न केवल चोटी को मापने वाली सबसे पुरानी भारतीय महिला बन गई, बल्कि अपने राज्य की पहली महिला भी थी."
संगीता सिंधी पिछले साल 29,3535 फीट दुनिया में सबसे ऊंची चोटी माउंट एवेरेस्ट पर विजय प्राप्त करने से चूक गईं थी। वह छः अन्य पर्वतारोहियों के साथ थीं.
लेकिन इस बार संगीता ने साथी पर्वतारोही प्रीमलता अग्रवाल को हराया जिन्होंने 20 मई, 2011 को एवरेस्ट को 48 साल की उम्र में स्केल किया था.
जम्मू में जन्मी संगीता 1985 में एक पूर्व मिस इंडिया प्रतियोगी में भाग लिया था और फाइनल में पहुंची, संगीता ने कहा, "मैं दुनिया की सबसे ऊंची चोटी को स्केल करने के बाद दुनिया के शीर्ष पर महसूस करती हूं."
संगीता ने एक विस्वास के साथ कहा की जब मई दुनिया की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवेरेस्ट को स्केल कर रही थी तब मुझे बिल्कुल कोई डर नहीं था क्युकी सोचने के लिए जीवन बहुत छोटा है अगर मैं डर के बारे में सोचती तो ये मुकाम मुझे कबि हासिल नहीं होता.
जब उसकी उम्र पर सवाल उठा तो उसने इस धारणा को खारिज कर दिया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है, अगर आप अपने सपनों को पूरा करना चाहते है तो आपकी उम्र पर निर्बैर नहीं करता बस आपके होंसले बुलंद होने चाहिए.
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This post first appeared on Krishna Already Told 5 Truths Of Kalyug At The Time Of Mahabharata In Hindi - Inspiry Guru, please read the originial post: here