#hehahaha….
खुश तो बहुत हो रहे होंगे साल दर साल मेरी बड़ी- बड़ी पुतलो को आग लगा कर के…फूंक के !
कितना प्रदूषण करते हो…
वायु, ध्वनि से लेकर आकाश तक के निर्मलता को दूषित कर देते हो…
जिस पाप की सजा मे, मैं हर साल जल रहा हूँ..!
जो अब तुम्हारे यहाँ fashion सा हो चूका हैं…!
नारी को भोग की वस्तु मानकर खूब अपहरण करो, खूब बलात्कार करो…
और दशहरे पर मेरी बड़ी बड़ी पुतले बना के जलाओ…!
जैसे जैसे महिलाओ के प्रति अपराध बढ़ रहा है, मैं भी बढ़ रहा हूँ..!
मेरे पुतले भी बढ़ रहे हैं…!
करते रहो दिखावा
फूंकते रहो मेरे पुतले
#hehahahaha
चलो मेरे तरफ से भी
#happy_दशहरा
अगले साल और बड़ा पुतला बनाना..