Get Even More Visitors To Your Blog, Upgrade To A Business Listing >>

commenting on castism

हम जातिवादी हो चुके है


आज सुबह ही मुझे एक काम से एक सरकारी विभाग मे जाना पड़ा क्लर्क ने कागज पे निगाह घुमाई और कहा अच्छा तो आप राय साहब है भई आपका काम तो पहले होना चाहिये और उसने मेरा काम जल्दी कर दिया बातचीत मे पता चला की वो भी मेरी जाति से ही सम्बंधित था . यह एक छोटा सा उदाहरण था जिसने बता दिया की जाति क्यों नही जाती .
उत्तर प्रदेश मे समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर पिछड़ी जाती की एक विशेष जाति को विशेष तौर पर लाभ पहुँचाया जाता है . यही कारण है की अन्य जातियों की सरकारी नौकरियो मे हालत उंट के मुंह मे जीरा जैसी हो चुकी थी फिलहाल वर्तमान सरकार तो आम आदमी के लिये विशेष तौर पर बी बी वाइ ( भिखारी बनाओ योजना) लेकर आई है इसके तहत नौकरियों की जांच के नाम पर 2-3 साल निकल जायेंगे फिर कुछ समय तक इस तरह की बातें आती रहेंगी की अमुक नौकरी निकलने वाली है सरकार उसमे बदलाव कर रही है इत्यादि .
कुल मिलाकर जनता को दिलासो के नाम पर बेवकूफ बनाने की परम्परा जारी रहेगी और जनता भी बेवकूफ बनती रहेगी क्योंकि वो जातिवादी हो चुकी है कभी सपा मे अपनी जाति देखकर तो कभी भाजपा और बसपा इत्यादि पार्टीयो मे अपनी जाति देखकर इनकी गलतियो को अनदेखा करती रहेगी .
क्या कभी सोचा है भारत जैसे इस विशाल देश मे पार्टियाँ जाति आधारित क्यों बनती है , क्योंकि हम जातिवादी है हम आपस मे एक दूसरी जातियों को शंका की दृष्टि से देखते है . कुछ तो राजनीति ने जातिवादी बना दिया कुछ हमारे समाज के ठेकेदारो ने अब तो आलम ये है की जातियों मे उच्च पदो पर आसीन लोगो ने अपनी – अपनी जातियों को आगे बढाने का ठेका सा ले रखा है .
कुछ तो करना पड़ेगा इस जाति का वर्ना आने वाली पीढियाँ नफरत और हिंसा के वातावरण के लिये हमे ही जिम्मेदार ठहरायेँगी . और हम दोष देते फिरेंगे इस राजनीति को जिसको इंसानियत का दुश्मन बनाने मे कहीं ना कहीं हम खुद दोषी है .
इन्हे भी पढ़े -  जाति क्यों नहीं जाति 



This post first appeared on WE THE PEOPLE OF INDIA, please read the originial post: here

Share the post

commenting on castism

×

Subscribe to We The People Of India

Get updates delivered right to your inbox!

Thank you for your subscription

×