क्या आप जानते हैं कि भारत में मधुमेह यानि की डायबिटीज मेलेटस के मरीज़ों की संख्या अन्य देशों के मुकाबले सबसे अधिक है। एक शोध के अनुसार 2025 तक भारत की 80 % जनसंख्या डायबिटीज का शिकार होगी। यह सबसे आम व तेज़ी से बढ़ती बीमारियों मे से एक है। मधुमेह के दो मुख्य कारण हो सकते हैं,एक जब आपका अग्नाशय पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता दूसरा जब शरीर की कोशिकायें इंसुलिन को सही से प्रतिक्रिया नहीं करती । डायबिटीज को रोगों का समूह भी कहा गया है। यह किडनी, हृदय व आँखों को मुख्यता प्रभावित करती है। डायबिटीज से शर्करा का स्तर बढ़ जाता है जिससे अक्सर पेशाब आना ,ज़्यादा प्यास लगना ,वज़न का कम होना,भूख का अधिक लगना और थकान जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं।
मधुमेह के प्रकार क्या हैं?
मधुमेह 1- मधुमेह 1 एक ऐसी स्थिति है जब हमारा शरीर इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है या बहुत कम उत्पादन करता है जो आमतौर पर बच्चों में पाया जाता है लेकिन यह जीवन के किसी भी चरण में हो सकता है।
मधुमेह 2- मधुमेह 2 90% लोगों को प्रभावित करता है इसे टाइप 2 डायबिटीज़ भी कहते हैं। इस स्थिति में शरीर इंसुलिन का ठीक तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाता है। परिणामस्वरूप, ग्लूकोज का स्तर रक्त में बढ़ जाता है । यह ज़्यादातर वयस्कों को प्रभावित करता है, लेकिन बच्चों को भी प्रभावित कर सकता है।
आप जीवन शैली में परिवर्तन करके एवं अच्छी आदतें अपनाकर मधुमेह जैसी बीमारी के खतरे से बच सकते हैं। यदि आप इसका शिकार पहले से है तो अपने खान पान, समय पे दवाएं लेकर एवं शारीरिक गतिविधियों में सुधार करके एक स्वस्थ ज़िंदगी जी सकते है।
1)पोषक तत्व समृद्ध भोजन जैसे हरी सब्जियाँ, बीट, गाजर, खुबानी, अंकुर, फाइबर युक्त फूड किसी भी बीमारी से लड़ने का अच्छा उपाए है।आप अपने भोजन में इनहे शामिल करके एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
2)यदि आप मधुमेह के शिकार हैं तो कम से कम 30 मिनट व्यायाम रोजाना करें। व्यायाम आपके सेहत के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। यह आपके शरीर में शर्करा के स्तर को भी नियंत्रित करता है एवं इंसुलिन प्रतिरोध को कम करता है।
3)आप अपने खानपान में बेसल की पत्तियों को शामिल कर सकते हैं। बेसल की पत्तियाँ एंटीऑक्सीडेंट युक्त होती है जो रक्त में शर्करा के स्तर को कम करती हैं।
4)दालचीनी भारतीय मसालों में से एक मुख्य मसाला है। इसके एंटीऑक्सीडेंट एवं एंटि इन्फ़्लेमेट्री गुण रक्त में शर्करा के स्तर को कम कर देते हैं एवं ग्लूकोस की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
5) ड्रमस्टिक (मोरिंगा) पोषक तत्वों से समृद्ध होते हैं जो शरीर में ग्लूकोस को नियंत्रित करते हैं।जामुन की बीज भी मधुमेह के निदान में सहायक है।
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