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साइनस के इलाज के लिए योग : Sinus Treatment in Yoga in Hindi

साइनस के उपचार के लिए योग

साइनस एक गंभीर और आम बीमारी है, हर साल लाखो की संख्या में लोग इस बीमारी का शिकार होते है| साइनस को साइनोसाइटिस के नाम से भी जानते है| यह बीमारी तब होती है, जब चेहरे की हड्डियों के पीछे मौजूद साइनस में सूजन आ जाती है| साइनस हवा से भरे होते है| यह बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को कभी भी हो सकती है, लेकिन सर्दियों में इस बीमारी का प्रकोप बढ़ जाता है|

वायरल संक्रमण, बैक्टेरियल और फंगल अटैक्स, नाक की हड्डियों में सूजन, पेट से जुडी बीमारियां और सर्दी जुखाम आदि साइनस होने के कुछ मुख्य कारण है| साइनस के सफल इलाज के लिए यह जानना बहुत जरुरी है, कि साइनस की बीमारी किस कारण से हुयी है| कारण पता लगने के बाद इस बीमारी के इलाज को आसान किया जा सकता है|

अगर आप साइनस का बिना किसी नुकसान के सफल इलाज करना चाहते है, तो साइनस के इलाज के लिए योग विधि अपनाये| योग ना केवल साइनस के इलाज को संभव बनायेगा, अपितु साइनस से होने नुकसान से भी शरीर को बचायेगा| योग करने से व्यक्ति का शारीरिक संतुलन बना रहता है और यह अन्य प्रकार की शारीरिक परेशानियों को भी दूर करता है| योग करने से मांसपेशियों को बहुत आराम मिलता है, जो इस बीमारी के इलाज के लिए बहुत जरुरी है| आइये विस्तार से जाने कि साइनस का इलाज योग से कैसे किया जा सकता है|

साइनस के लिए योग (Sinus Treatment in Yoga in Hindi)

अनुलोम – विलोम प्राणायाम (Anloom – Vileom Pranayama)

अनुलोम – विलोम प्राणायाम को नाड़ीशोधन प्राणायाम के नाम से भी जाना जाता है| यह श्वास के प्रभाव को आसान बनाता है और नाड़ी को शुद्ध करता है, इसीलिए यह प्राणायाम सांस से जुडी सभी प्रकार की समस्याओं के लिए लाभदायक है| रोजाना अनुलोम – विलोम प्राणायाम करने से साइनसाइटिस से होने वाली परेशानियां और सर्दी-जुकाम जैसी सामान्य स्वास्थ्य संबंधी समस्या दूर होती है| यह आसान करने से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है और यह नाड़ी से अवरोध हटाने में भी मदद करता है| यह योग करने से तनाव दूर होता है और मस्तिष्क में रक्त संचार सुचारु रूप से होता रहता है|

अनुलोम – विलोम प्राणायाम करने के सांस लेने और छोड़ने की किर्या आसान हो जाती है| नाडी के मार्ग में जो भी अवरोध होता है, यह योग उस अवरोध को पूरी तरह हटाने में मदद करता है| साइनसाइटिस के मरीज के लिए यह प्राणायाम बहुत लाभकारी है, इसके साथ ही अन्य लोगो को भी रोजाना यह प्राणायाम करना चाहिए| जिससे वह आने वाले समय में ऐसी किसी भी बीमारी से पीड़ित ना हो सके और पूरी तरह स्वस्थ रहे|

सर्वांगासन (Sarvangasana)

साइनोसाइटिस से छुटकारा पाने का यह सबसे अच्छा प्राणायाम है| जितनी देर तक आप इस प्राणायाम को करेंगे, उतनी जल्दी आपको इस बीमारी से राहत मिलेगी| ध्यान रहे इस प्राणायाम को लम्बे समय तक तभी करे, जब आपको इसे करने में कोई परेशानी ना हो रही हो| यह योग इतना असरकारी है, कि इसे करते करते ही आपको अपने साइनस ग्लॅंड्स खाली होते महसूस होने लगेंगे| शुरुआत में इस योग को केवल एक से दो मिनट के लिए करे जैसे जैसे आप इस योग को करने में कुशल होते जाये, वैसे वैसे इस समय को बढ़ाते जाये|

उत्तानासन (Uttaranathan)

साइनोसाइटिस के मरीज के लिए रोजाना उत्तानासन करना बहुत जरुरी है| उत्तानासन करने से साइनोसाइटिस सहित सांस से जुडी अन्य सभी बीमारियां दूर हो जायेगी| यह आसान करने से मन शांत होता है और तनाव भी दूर होता है| उत्तानासन करने से साइनस ग्लॅंड्स की सफाई होती है और शरीर के श्वसन अंगो को भरपूर ऊर्जा मिलती है| इससे बंद नाक और साइनस दोनों को खुलने में मदद मिलती है| शुरुआत में इस आसान को एक से दो मिनट के लिए करे, जैसे जैसे आप इसे करने में कुशल हो जाये वैसे वैसे अभ्यास का समय बढ़ा दे|

कपालभाती प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama)

अगर आप साइनोसाइटिस के मरीज है, तो आपको कपालभाती प्राणायाम रोजाना करना चाहिए| कपालभाती प्राणायाम करने से संपूर्ण श्वास प्रणाली उत्तेजित होती है, और इसके साथ ही नाक की मांसपेशियों को आराम मिलता है, जिसके कारण साइनस की सूजन धीरे धीरे कम होने लगती है| कपालभाती प्राणायाम करने से तंत्रिका मजबूत होता है| तंत्र रोजना कपालभाती प्राणायाम को 5 से 10 मिनट के लिए करे|

कर्णपीड़ासन प्राणायाम (Karnapithasana Pranayama)

साइनोसाइटिस के उपचार के लिए रोजाना कर्णपीड़ासन प्राणायाम करे| कर्णपीड़ासन प्राणायाम करने के लिए हम शरीर को औंधी स्थिति में ले जाकर अपनी टाँगों से अपने कानो पर दबाव डालते है| कानो पर दबाव पड़ने के कारण साइनस में जमा म्यूकस निकल जाता है| जिससे साइनोसाइटिस और सर्दी ज़ुकाम जैसी सभी स्वास्थ्य समस्याओं में लाभ मिलता है| शुरुआत में एक से दो मिनट के लिए यह प्राणायाम करे| धीरे धीरे प्राणायाम का समय बढ़ाते रहे|

हलासन योग (Halasana Yoga)

हलासन योग करने से अनेक प्रकार के रोग दूर होते है| यह साइनोसाइटिस सहित अनिद्रा, गर्दन में दर्द और कमर दर्द जैसी अनेक प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं में लाभकारी है| अगर आप इस बीमारी से पूरी तरह छुटकारा पाना चाहते है, तो रोजाना हलासन योग करे| शुरुआत में यह योग दो से तीन मिनट के लिए करे| इसके बाद धीरे धीरे योग का समय बढ़ाते जाये|

पश्चिमोत्तानासन योग (Paschimottanasana Yoga)

अगर आप साइनोसाइटिस के मरीज है या आप अनिंद्रा के शिकार है, तो रोजाना इस योग करे| यह एक आसान योग है, और बिना थकान के इस योग को कई भी कर सकता है| साइनोसाइटिस से पीड़ित लोगो को रोजाना यह योग करना चाहिए| शुरुआत में यह योग एक से दो मिनट करे| इसके बाद धीरे धीरे योग का समय बढ़ाते जाये|

इस पोस्ट में आपने साइनस के लिए योग के बारे में जाना| आपको हमारी ये पोस्ट कैसी लगी, हमें कमेंट करके बताये| अगर आप पोस्ट से जुड़ा कोई सवाल हमसे करना चाहते है या किसी अन्य विषय पर जानकारी चाहते है, तो हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताये|

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