केंद्र सरकार द्वारा चलाए जाने वाले केंद्रीय विद्यालयों में बड़ी संख्या में टीचिंग पोस्ट खाली पड़ी हैं. पिछले कई सालों से यह स्थिति बनी हुई है. यही नहीं, जो अध्यापक यहां काम कर रहे हैं उनमें से अधिकतर कांट्रेक्ट बेसिस पर हैं.
आंकड़ों पर नजर डालें तो देश भर के केंद्रीय विद्यालयों में साल 2014 में 4,296 टीचिंग पोस्ट खाली पड़ी थी. 2015 में खाली पोस्ट की संख्या 2019 थी. 2017 तक कुल खाली पड़ी पोस्ट की संख्या 10,285 तक पहुंच गई है. ये जानकारी केंद्र सरकार ने संसद में एक प्रश्न के उत्तर में दी है.
मानव संसाधन मंत्रालय के एक अधिकारी के कहा, 'वैकेंसी भरना एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है. रिक्रूटमेंट समय-समय पर किया जाता है. जहां तक कांट्रेक्ट टीचर्स की बात है तो उन्हें आवश्यकता के आधार पर लिया जाता है.'
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