सभी दोस्तों को बहुत-बहुत बधाई एवं धन्यवाद...जिन्होंने “आपकी सहेली” को इतना पसंद किया। आज “आपकी सहेली” की तीसरी सालगिरह है। तीन वर्ष पुर्व याने 3 मार्च 2014 को जब यह ब्लॉग आरंभ किया था, तब सिर्फ़ एक ही बात मन में थी कि मेरे दिल की बात एवं मुझे जो कुछ भी आता है वो मैं बाकी लोगों को बता सकुं। दोस्तो, मेरे लिए सबसे खुशी की बात यहीं है कि मैं अपनी इतनी शारिरीक अस्वस्थता और ढेर सारी पारिवारिक जिम्मेदारियों के बावजुद, ब्लॉग की निरंतरता कायम रख पा रही हूं...!! यह आपके प्यार एवं सहयोग का ही असर है कि मैं इस सफ़र को कायम रख पा रहीं हूं। इसलिए आप सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद...।
आपकी सहेली: आंकड़े एवं अवलोकन
• कूल ब्लॉग पोस्ट संख्या- 161
• प्रकाशित टिप्पणियां- 2257
• प्रथम वर्ष में पृष्ठ देखे जाने की संख्या- 12,560
• दूसरे वर्ष में पृष्ठ देखे जाने की संख्या- 3,11,200
• तीसरे वर्ष में पृष्ठ देखे जाने की संख्या- 5,14,690
• अब तक पृष्ठ देखे जाने की संख्या- 8,38,450
• पिछले महिने में पृष्ठ देखे जाने की संख्या- 57,720
टॉप 10 देशों के अनुसार पृष्ठ देखें जाने की संख्या-
दोस्तो, पिछले वर्ष के मार्च एवं एप्रिल यह दो महिने ब्लॉगिंग के दृष्टिकोन से बहुत ही ख़राब रहे। मैने ब्लॉग को wordpress पर शिफ्ट करने की नाकामयाब कोशिश की थी। क्योंकि blogger से wordpress प्लॅटफॉर्म ज्यादा अच्छा और एडवांस है। wordpress पर ब्लॉग होने से वो ज्यादा लोगों तक पहुंचता है। 15 दिन ब्लॉग wordpress पर रहा। लेकिन तकनीकी ज्ञान की कमी एवं समयाभाव के कारण मैं wordpress पर ब्लॉग को मेंटेन करने में असफल रहीं। अत: फ़िर से ब्लॉगर पर शिफ्ट होना पड़ा। कई बार साईट पूरी तरह से डाउन रही। कुछ दिनों तक तो ब्लॉग का नामोनिशान ही नहीं था। मैं बुरी तरह डर गई थी। मुझे लगा कि मेरी पूरी मेहनत गई पानी में...क्योंकि मैंने ब्लॉग पोस्टस को अन्यत्र कहीं भी सहेज कर नहीं रखा था। यहां तक कि रफ में भी मेरे पास कुछ सेव नहीं था। खैर...जहां चाह, वहां राह...!
मुझे पूर्ण विश्वास है कि 4 थे साल में आप सभी के सहयोग और स्नेह से आपकी सहेली बुलंदियों के नए आयाम लिखेगी। मैं उन सभी पाठको को धन्यवाद देती हूं, जिन्होने अपने व्यस्त समय में से समय निकालकर अपनी टिप्पणियों से "आपकी सहेली" का हौसला बढ़ाया। आपकी सहेली-ज्योति देहलीवाल पर अपना स्नेह युं ही बनाएं रखिएगा ताकि ये सफ़र युं ही चलता रहे...
दिल से एक बात बोलूं...
लोग कहते है कि...
क्या ले के आएं हो और क्या ले के जाओगें...
हम कहते है...
एक दिल लेकर आएं थे...
हजारों दिलों में जगह बनाकर जाएंगे...!!!
Keywords: Anniversary, Blogging
दिल से एक बात बोलूं...
लोग कहते है कि...
क्या ले के आएं हो और क्या ले के जाओगें...
हम कहते है...
एक दिल लेकर आएं थे...
हजारों दिलों में जगह बनाकर जाएंगे...!!!
Keywords: Anniversary, Blogging
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