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उनके शहर में

Tags: agravecurren
रवायतें शहर अनोखी, हकीकतें यहाँ हराम हैं
चेहरे हसीं सभी के, आईने जरा बदनाम हैं

काट एक एक दिन, वक्त ए रुख्सत जाना
मकसद महरूम ज़िंदगी वक्त की हज्जाम है

उन्वानों की मरम्मत, हुए खर्च सब सपने
खबर ए जाना सदा, गुल गुलशन गुलफाम है

इंसाफ की दलीलों से, कानून की दलाली तक
हुक्मरानों के पासे. कटती मोहरें, आवाम हैं

दाद ए नेक सीरत कहॉ, पूछ इस पे यॉ
आपसे निकलते औरों के कितने काम हैं

पास ए इज्ज़त ए नकाब छोड, कि दुनिया
बेशर्मी का मदरसा, नंगों का हम्माम है

सौ जतन ऊपर तन्हाई खामोशी बनी,पकडे
नवा ए सागर, रंग ए तसव्वुर ए खय्याम है

उन्वानों : Headlines
हम्माम: Bath
नवा ए सागर: Sound of My Voice
रंग ए तसव्वुर ए खय्याम: color of Khayyam imagination (Omar Khayyam wrote famous Rubiyats)







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