Get Even More Visitors To Your Blog, Upgrade To A Business Listing >>

एक व्यंग्य : वैलेन्टाईन डे :उर्फ़ प्याज पकौड़ी चाय

                                                        वैलेन्टाईन डे :उर्फ़  प्याज-पकौड़ी चाय जाड़े की गुनगुनी धूप। धूप सेंकता मै।।रेडियो पर बजता गाना ..... दो सितारों का ज़मीं पर है मिलन आज की रात  मुस्कराता है उमीदो का चमन  आज की रात -- गाने के सुर में अपना सुर मिलाया ही था रंग लाइ है मेरे दिल की लगन की आज की रात  सारी दुनिया नज़र आती है दुलहन आज की रात कि अचानक "अच्छा ---बड़ी रिहर्सल चल

Share the post

एक व्यंग्य : वैलेन्टाईन डे :उर्फ़ प्याज पकौड़ी चाय

×

Subscribe to अल्लम्...गल्लम्....बैठ निठ्ठ्लम्...

Get updates delivered right to your inbox!

Thank you for your subscription

×