अाज हमारे समक्ष ढेर सारी परेशानीयाँ है, उनमे से कुछ प्रमुख समस्यायें जैसे - महंगाई, गरीबी, भुखमरी, जनसंख्या वृध्दी और पर्यावरण प्रदुषण । और इस प्रदुषण की वजह से ही ना सिर्फ हमारे देश कि वरन पूूरे विश्व कि हजारो, लाखो जिन्दगीयां प्रभावित हो रही है। हाल ही मे हुए एक ताजा शोध के अनुसार विश्व के सर्वाधिक प्रदूषित बीस शहरों मे से सबसे ज्यादा तेरह भारत के हैं, और आपको यह जानकर कतईं आश्चर्य नही होगा कि उनमें से सबसे ज्यादा प्रदूषित दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई है।हमारे शास्त्रों मे कहा गया है कि एक वृक्ष दस पुत्रो के समान होता है, अतः अगर हम एक वृक्ष काटते है तो हमे दस मनुष्यों की हत्या का पाप लगता है। इसलिए हमने वायु प्रदान करने वाले वृक्ष को नही काटना चाहिए। हमें इस अनमोल जीवनको बचाने हेतु अपने वातावरण और परिवेश को स्वच्छ बनाना होगा, और न केवल यह हमारे स्वस्थ जीवन के लिये अत्यंत आवश्यक है अपितु यह हमारा नैतिक कर्तव्य भी है। हमें स्वच्छता को आवश्यक या जरूरी नही समझना चाहिए बल्कि इसे अपने दैनिक जीवन का अभिन्न बना लेना चाहिए। मेरा आप सबसे बस यही अनुरोध है कि आप सब इस अभियान को सफल बनाने हेतु आगे आयें, क्योंकि एक अच्छी सरकार सिर्फ अच्छी योजनाएँ बना सकती है लेकिन अगर उसे अच्छी तरह से क्रियान्वित करना है तो जनता जनार्दन का उचित सहयोग परम आवश्यक होता है। और मैं आप सभी मित्रों से सहयोग की। अपेक्षा रखता हूँ।
अब बहुत हो चुका,
हद हो गयी है ।
देश तो वही है,
लेकिन लोग नए है ॥
हमारा शरीर तो,
भले ही नया है ।
लेकिन हम आदतो से तो,
वर्षो पुराने हो गए है ॥
हम हमेशा से गन्दगी में,
रहना पसंद करते थे ।
आज भी कूड़ा-करकट,
में ही रहा करते थे ॥
हम भारतीय भी गन्दगी पसंद करने में,
चार-प्रकार के होते है ।
अब हम गन्दगी पर ध्यान दिए बिना,
दिन-रात सिर्फ सोते है ॥
कुछ तो अपने बारे में,
भी नहीं सोचते है ।
गंदे कपडे और गन्दगी ,
अंदर-बाहर कूड़े भरे होते है ।।
कुछ लोग खुद तो,
साफ रहा करते है ।
लेकिन गली और कूचे,
गन्दगी से भरे होते है ।।
दसरे लोग घर-आँगन,
तो साफ रखते है ।
लेकिन गली और कूंचे,
गन्दगी से भरे होते है ॥
बहुत जी लिया,
खुद के लिए ।
मै देश के लिए,
अब जीना चाहता हूँ ॥
अब हम मिलकर,
भारत को स्वच्छ बनाएंगे ।
फिर पुरे विश्व के लिए,
विश्व-गुरु बन जायेंगे ॥
विश्व की नजरो में,
अपना स्थान बनाएंगे ।
लोग हमारे निर्मलता और स्वच्छता,
का गान गाएंगे ॥
आओ हम सब मिलकर करें,
एक स्वच्छ और सुन्दर भारत का निर्माण ।
यहाँ के स्वच्छ गली, सड़क और कूचे,
बढ़ाये इस भारत देश का नाम ॥
आप सभी यहाँ आमंत्रित है -: स्वच्छ भारत अभियान
धन्यवाद ।
@ऋषभ शुक्ला
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