Get Even More Visitors To Your Blog, Upgrade To A Business Listing >>

मौसम बदला करता था कभी

मौसम बदला करता था कभी
आज ! बदल जाते हैं लोग
ऊपर से मित्रता दिखाकर
दुश्मनी दिखा जाते हैं लोग

कहाँ ढुँढू मैं कर्ण सा मित्र
जो अपना मुझे बनाये
मेरी सौ गलतियों पर भी
वो मेरे लिए लड़ जाये

मौसम बदला करता था कभी
आज ! बदल जाते हैं लोग

प्यार विश्वास और इंसानियत 
ये हुई  बातें  पुरानी
पैसों की खातिर तो अब
देते हर रिश्ते की क़ुरबानी 

मौसम बदला करता था कभी
आज ! बदल जाते हैं लोग

कहाँ ढुँढू  सीता सी पत्नी 
जो हर दम साथ निभाए 
गरीबी, अमीरी या हो वनवास 
मेरे हर कदम से कदम मिलाये  

मौसम बदला करता था कभी
आज ! बदल जाते हैं लोग

कहाँ मिलेगा श्रवण सा पुत्र 
जो माँ - बाप का हर वचन निभाए 
अगर अंधे हो जाये माँ - बाप कभी 
तो वो उनकी आँखें बन जाये  

मौसम बदला करता था कभी
आज ! बदल जाते हैं लोग 


This post first appeared on Best Poems, please read the originial post: here

Share the post

मौसम बदला करता था कभी

×

Subscribe to Best Poems

Get updates delivered right to your inbox!

Thank you for your subscription

×