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Devil, Angel and a Lover

Devil, Angel and a Lover

The Devil
सब कहते थे की दिल नही है उसके पास, कुछ महसूस नही कर पाता था वो, न ही किसी का प्यार और ना ही अपना दर्द। अपने में ही रहता था वो, न खुद किसी के पास जाता था ना ही किसी को आने देता था। इक चार दिवारी सी थी उसके इर्द गिर्द जिससे ना वो निकलता था और ना ही किसी और को भटकने देता था। सिमटी हुई सी ज़िन्दगी थी उसकी पर आग बहुत थी उसमें। कोई चाहकर भी उसके आस पास भटक नही सकता था, न जाने कितने उसकी आग में जल चुके थे। इक आतंक सा था उसका, ना जाने कितनी कहानियाँ औरो के खून से लिखी थी उसने और ना जाने कितनी बाकी थी। कहते थे जो भी उसकी आँखों मैं देख ले वो उसी क्षणमर जाता है ।
उसकी ज़िन्दगी का शायद कोई मकसद नही था, बस कट रही थी उसकी ज़िन्दगी समुन्द्र किनारे। कोई हमसफर नही था उसका जो सुन सके उसकी कहानियाँ, और शायद कहानियाँ थी भी नही उसके पास सुनाने को । पर समुन्द्र की लहरे अक्सर उसकी अनकही सुनती थी और महसूस करती थी वो सब जो वो खुद भी नही कर पाता था |
A Devil is called Devil because he cannot feel the pain of the ones he kill !

Angel and her Lover !
इक अलग सी ही दुनिया थी इन दोनो की, बस प्यार था इनकी दुनिया में। पर ये दो भी बस अपने में ही रहते थे, कभी अपने प्यार से बाहर झाँका ही नही इन्होंने, न ही ऐसा करने की ज़रूरत पड़ी। परी जहां जाती खुशियाँ खुद ब खुद फैल जाती थी। और उन दोनो का प्यार हर जगह प्यार फैला ही देता था। शायद ये भी कारण था की दोनो ने कभी इक दूसरे के प्यार क अलावा कुछ महसूस नही किया । ऐसा ही इक दिन था जब दोनो हाथ में हाथ लिए समन्दर की लहरो के किनारे चल रहे थे। मेहकी सी फ़िज़ाएं थी, मेहका मेहका सा आलम था चारो ओर। सूरज ढलने को था ओर दोनो एक दूसरे की आँखों में ढलते सूरज को देख रहे थे।
समुन्दर इक कहानी देख रहा था और दूसरी ओर एक अनकही सी कहानी सुन रहा था उस Devil की।

जैसे जैसे सूरज ढलने लगा, उस शैतान की आग प्रज्वलित सी होने लगी। और देखते ही देखते सूरज पूरा धल गया और रात अब उस शैतान की थी।
न जाने उस परी को क्या हुआ, वो अपने Lover को वहां छोड़ उस Devil की ओर बढ़ने लगी। उसने पहली बार प्यार से अलग कुछ महसूस किया था और वो खुद को रोक ना पायी। और धीमे धीमे उसके कदम उसकी ओर बढ़ने लगे । वो कहते हैं ना opposites attract each other, शायद यही कारण था की वो उसकी ओर खिचती चली गयी।

Devil को भी पहली बार कुछ अलग सा लगा, शायद कोई कभी इतना करीब नही आया था उसके। समंदर की लेहरे तेज़ होने लगी, मानो angel को कह रही हो की इस आग की ओर न बढ़े। जैसे जैसे उसके कदम बढ़ते जा रहे थे, devil की आग बढ़ती जा रही थी। पर वो अब भी समंदर की ओर देख रहा था। शायद आज समंदर के अलावा कोई और भी था जो उसकी अनकही कहानियाँ सुन पा रहा था। वो उसकी ओर बढ़ती चली गयी और समंदर की लेहरे भी बढ़ने लगी और बढ़ते बढ़ते lover तक पहुंच गयी।

Lover और समंदर दोनो उस angel को रोकने की कोशिश करने लगे । एकाएक Angel उस Devil तक ज पहुंची। जैसे ही devil ने उस angel की आँखों में देखा उसे कुछ महसूस हुआ, जो पहले कभी नही हुआ था। वो उसकी आँखों में देखती रही और अपनी पलखें तक झपकने दी। उसे आज पता लगा था प्यार क्या होता है। Devil को भी कुछ महसूस हुआ पर उसे ये नही पता था की यही प्यार होता है।
पहली नज़र का प्यार था शायद उस Angel और Devil में, देखते ही देखते दोनो के हाथ एक दूसरे के हाथ मैं थे और उन्हें पता चल गया था की यही प्यार था।
और Lover को भी ये नई बुनि हुई कहानी समझते हुए देर ना लगी। बहुत प्यार करता था वो अपनी angel से और वो भी उससे उतना ही प्यार करती थी पर दूसरे प्यार के आगे कोई कुछ केह सुन नही पाया। Lover समझ भी पा रहा था अपनी angel का प्यार उस devil के लिए पर कुछ कर नही पा रहा था। इक ओर वो जाने देना चाहता था उसे ओर दूसरी ओर उसे खुद से दूर होते हुए देख उसके प्राण निकले जा रहे थे। devil की आग वो खुद में महसूस कर पा रहा था।

Angel was truly and madly in love with the Devil and there was no going back because she had realised it was only her who could bring the best out of him and save him from all the misery, her love was selfless but she was aware of the hurt that her Lover must be feeling! But she couldn't leave the Devil

Lover on the other hand was aware of the love that the Angel had for the Devil but be was wondering what had Devil done to deserve that love, Devil made his choice and killed people. Even though lover wanted her to go and stay in love with Devil but he couldn't let go.

Devil was clueless about everything, all he knew was that he had felt something after thousands of years and he couldn't let go of those hands and can't look away from those eyes. Devil had experienced peace and bliss and he wanted to stay in that gracious love.

But that's the beauty of love, it transforms a lover into a Devil, a Devil into a lover.




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